posted on : जनवरी 14, 2023 4:58 अपराह्न
कोटद्वार । हर साल मकर संक्रांति के दिन पौड़ी गढवाल जिले में दुगड्डा ब्लाॅक के मवाकोट, कोटद्वार व यमकेश्वर ब्लॉक के थल नदी और डाडामंडी सहित कई अन्य स्थानों में गिंदी का मेला लगता है । खासबात यह है कि मकर संक्रांति के दिन यहां रग्बी जैसा खेल खेला जाता है, जिसको 12 से 14 इंच व्यास की चपटी चमड़े की गेंद से खेला जाता है । हालांकि, रग्बी में कुछ नियम होते हैं, पर यहां कोई नियम नहीं । छीना-झपटी में जो पक्ष ताकतवर होता है वह खेल जीत लेता है ।
मकर संक्रांति के दिन जिले के दक्षिणी हिस्से में कुछ स्थानों पर ‘गिन्दी’ मेलों का आयोजन किया जाता है। पहाड़ों में इन मेलों की अपनी विशिष्टता और महत्व है। माघ’ माह के शुरुवात में, पूरे क्षेत्र में कई मेलों का आयोजन होता है, लेकिन डाडामंडी और थलनदी का ‘गिन्दी’ मेला पूरे क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध है, जिसमे दूर-दूर के स्थानों से लोग भाग लेते हैं। यह मेला बहादुरी, आनन्द, साहस और प्रतिस्पर्धा का प्रतीक हैं। ग्रामीणों की दो टीमों में बांटकर मैदान में एक विशिष्ट प्रकार की गेंद से खेल खेला जाता है। इस खेल में, प्रत्येक टीम गेंद को अपनी तरफ खींचने की कोशिश करती है और जीतने वाले ग्रामीण उत्सव और नृत्य करते हुए गेंद को अपने साथ ले जाते हैं।
शनिवार को गिंदी मेला डाडामंडी व थलनदी में धूमधाम से मनाया गया जिसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए । कार्यक्रम में संदेश कला संस्कृति एवं सामाजिक संस्था द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दी गई । थलनदी में कार्यक्रम की शुरुआत गढ़वाली गायक संजय रावत ने श्री गणेशा भजन से की । उन्होंने पौड़ी की बांद, झुपली बांद, चला दग्ड्यो कु ब्यो मा आदि गाने गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर किया । वहीं संगीता बुडाकोटी ने म्यारा दयूरा मोहना, भुजी जाला चूड़ा सहित कई अन्य प्रस्तुतियां दी । कार्यक्रम में हास्य कलाकार प्रदीप भट्ट ने भी लोगों को खूब जमकर हंसाया ।


