गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के तपोवन क्षेत्र में रविवार को आई जल प्रलय के दौरान पुलिस प्रशासन की ओर 202 लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। आपदा में पानी के बहाव में बहे 19 लोगों के बरामद होने की प्रशासन की ओर से पुष्टी की गई है। जबकि तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन ढाई किमी लम्बी सुरंग में 40 से 50 लोगों के फंसे होने की जानकारी है। जबकि रविवार दोपहर बार से चल रहे रेस्क्यू आपरेशन में 27 लोगों को सकुशल निकाल लिया गया है।
बता दें कि जोशीमठ ब्लाॅक में स्थिति नंदा देवी पर्वत की तलहटी से निकलने वाली ऋषिगंगा नदी में रविवार को सुबह करीब 10 बजे आई जल प्रलय से यहां घाटी में ऋषिगंगा नदी पर संचालित ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट और तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना जमीदोज हो गई। जिसमें यहां कार्य करने वाले 202 लोगों के लापता होने की जानकारी पुलिस प्रशासन की ओर से दी जा रही है। पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार तपोवन विष्णुगाड परियोजना में पेटी कांन्ट्रेक्ट पर कार्य कर रही ऋत्विक कमपनी के 21, ऋत्विक की सहयोगी कम्पनी के 100, एचसीसी के तीन ओम मेटल के 21, तपोवन गांव के दो रिंगी गांव के दो, करछौं गांव के दो, रैंणी गांव के दो तथा ऋषिगंगा कम्पनी के 46 लोग लापता चल रहे हैं। जिनकी खोजबीन के लिये रविवार दोपहर से आपदा प्रभावित क्षेत्र सहित चमोली जिले के अलकनंदा नदी के तटों पर आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों की ओर से सर्च अभियान चलाया जा रहा है। दो दिनों से चल रहे सर्च अभियान के दौरान अभी तक 19 लोगों के शव बरामद किये जा चुके हैं। वहीं आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत बचाव कार्य के साथ ही सर्च अभियान जारी है।