posted on : अक्टूबर 10, 2025 4:53 अपराह्न
चमोली : चमोली जनपद के उच्च हिमालयी क्षेत्र में 15,000 फीट से अधिक की ऊँचाई पर स्थित श्री हेमकुंड साहिब एवं पौराणिक श्री लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट शुक्रवार को विधि विधान के साथ 1 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल के बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान पूरा क्षेत्र बोले सो निहाल, सत श्री अकाल के जयघोष से गूंज उठा।
चमोली जिले की भ्यूडांर घाटी में स्थित श्री हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष बीती 25 मई को खुले थे। जिसके बाद इस वर्ष बड़ी संख्या में यहां तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं का पहुंचने का सिलसिला पूरे यात्राकाल में जारी रहा। जिसके चलते इस वर्ष पूरे यात्रा काल में 2 लाख 75 हजार तीर्थयात्रियों ने श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेक कर लक्ष्मण लोकपाल के दर्शन किए। जबकि बीते वर्ष यात्राकाल के दौरान हेमकुंड साहिब की यात्रा पर 1 लाख 83 हजार तीर्थयात्री पहुंचे थे। ऐसे में इस वर्ष धाम में पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या ने बीते वर्ष का रिकार्ड तोड़ दिया है।
शुक्रवार को धाम में कपाट बंद होने की प्रक्रियाएं सुखमनी साहिब पाठ से हुई, जिसके बाद श्री हरमंदिर साहिब, अमृतसर के हजूरी रागी भाई मनिंदर सिंह ने कीर्तन प्रस्तुत किया। अंतिम अरदास के बाद पंच प्यारों की अगुवाई में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को गोविंद धाम ले जाया गया। कपाट बंद होने के मौके पर 2 हजार श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेका। इस मौके पर सीईओ सेवा सिंह, मैनेजर कुलजीत सिंह और सहायक मैनेजर मोनू सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।






