थराली (चमोली)। चमोली जिले के नारायणबगड़ विकास खंड के पैनगढ़़ गांव के शीर्ष से हो रहे भूस्खलन से यहां गांव के 15 परिवार खतरे की जद में आ गये हैं। यहां पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का खतरा बना हुआ है। जिसके चलते यहां ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है, वहीं मामले की जानकारी मिलने के बाद तहसील प्रशासन की ओर से 15 परिवारों को गांव के जूनियर हाईस्कूल और पंचायत घर में शिफ्ट कर दिया गया है।
स्थानीय ग्रामीण घनानन्द पुरोहित, कुलदीप सिंह, नारायण दत्त, प्रेम चन्द्र पुरोहित, पूर्व प्रधान दिनेश पुरोहित, जगमोहन परिहार और रिंकू परिहार का कहना है कि वर्ष 2013 की आपदा के दौरान पहाड़ी में दरारें आ गई थी। जिसकी सूचना तत्काल जिला प्रशासन को दी गई। जिस पर प्रशासन की ओर से भूगर्भीय सर्वेक्षण तो करवाया गया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके चलते यहां अब बीते दो दिनों से पहाड़ी से बोल्डर और पत्थर छिटक रहे हैं। ऐसे में गांव में ग्रामीण अपने आवासों को छोड़कर अन्यत्र शरण लेने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने मामले में प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई कर भवनों और उनकी सुरक्षा की मांग उठाई है।
क्या कहते है अधिकारी
आपदा प्रबंधन अधिकारी चमोली नंद किशोर जोशी ने बताया कि तहसील प्रशासन की टीम ने गांव में पहुंचकर 15 परिवारों को गांव के जूनियर हाई स्कूल और पंचायत घर में शिफ्ट कर दिया है। वहीं गांव में हो रहे भूस्खलन के निरीक्षण के लिये टीम को मौके पर भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।