देहरादून: उत्तराखंड के 2 लाख 59 हजार छात्र-छात्राओं के खातों में डीबीटी (DBT) से 12-12 हजार रुपये भेजे जाएंगे। यह धनराशि सभी राजकीय महाविद्यालय और उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं को टेबलेट के बदले दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि टेबलेट खरीद पर सवाल उठने के बाद यह निर्णय हुआ है। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द एलान कर सकते हैं।
बता दें कि, सरकार ने छात्र-छात्राओं को टेबलेट देने का फैसला लिया था। टेबलेट की खरीद के लिए सरकार की ओर से शासन और निदेशालय स्तर पर कुछ अधिकारियों की कमेटी गठित की गई थी। इस गठित समिति में सचिव माध्यमिक शिक्षा बीवीआरसी पुरुषोत्तम, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी और निदेशक उच्च शिक्षा डॉ पीके पाठक थे।
शासन और निदेशालय स्तर के अधिकारियों की इस कमेटी की ओर से टेबलेट खरीद के लिए टेंडर निकाले गए थे। कुछ फर्मों ने टेंडर भरा, लेकिन 300 करोड़ से भी ज्यादा की कीमत से टेबलेट खरीद में शुरू से ही बड़े घपले की आशंका जताई जा रही थी। चुनावी वर्ष होने और मामले के हाल ही में विधानसभा में उठने के बाद सरकार अब टेबलेट खरीदकर देने के बजाय इसकी धनराशि डीबीटी (DBT) के माध्यम से छात्र-छात्राओं के खाते में देने की तैयारी कर रही है।
शिक्षा सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि, छात्र-छात्राओं को टेबलेट के बजाय उनके खातों में इसकी धनराशि दिए जाने पर विचार किया जा रहा है उन्हें टेबलेट की धनराशि दी जाए या टेबलेट दिए जाएं, इस पर मुख्यमंत्री जल्द निर्णय ले सकते हैं।
गौरतलब है कि विधानसभा में कांग्रेस विधानमंडल दल के उप नेता करन माहरा ने टेबलेट खरीद में गोलमाल की आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था कि जिस कंपनी और मॉडल का टेबलेट खरीदा जा रहा है वह ऑनलाइन ₹9000 तक उपलब्ध है। कुछ अन्य खर्च जोड़कर यह ज्यादा से ज्यादा ₹12000 तक मिल जाएगा। लेकिन खरीद के नाम पर सरकार प्रति टेबलेट 16,000 खर्च कर रही है। साथ ही कहा था कि इस पूरे प्रकरण में एक मध्यस्थ की भूमिका है जो बड़े लोगों का करीबी है।


