उत्तराखंड चारधाम के शीतकाल हेतु कपाट बंद होने की तिथियां आज विधि-विधान एवं पंचाग गणना के घोषित की गयी
- श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर शांय 3 बजकर 35 मिनट पर शीतकाल हेतु बंद किये जायेंगे।
- श्री केदारनाथ धाम भैयादूज 16 नवंबर को कपाट प्रात: 8.30 बजे बंद होंगे।
- यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के अवसर पर 16 नवंबर को पूर्वाह्न में बजे बंद होंगे।
- श्री गंगोत्री धाम अन्नकूट के अवसर पर 15 नवंबर पूर्वाह्न में कपाट शीतकाल हेतु बंद होंगे।
- द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट 19 नवंबर को प्रात: 7 बजे बंद होंगे।
- तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 4 नवंबर 11.30 बजे बंद होंगे।
- मद्महेश्वर मेला 22 नवंबर
केदारनाथ/उखीमठ/ मक्कूमठ: 25 अक्टूबर। इस यात्रा वर्ष भगवान केदारनाथ धाम के कपाट 16 नवंबर को प्रात: 8.30 बजे शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। पंचमुखी डोली 16 नवंबर रामपुर, 17 नवंबर को रामपुर 18 नवंबर को डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट 19 नवंबर 2020, (४ गते मार्गशीर्ष ) प्रात: 7 बजे को इस शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे। जबकि तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 4 नवंबर दिन में 11.30 बजे शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। 4 नवंबर को उत्सव डोली चोपता, 5 नवंबर को भनकुन 6 नवंबर को गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंचेगी।
द्वितीय केदार श्री मध्यमहेश्वर मंदिर के कपाट 19 नवंबर को डोली अपने प्रथम पड़ाव गौंडार गांव पहुंचेगी। शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में आयोजित कार्यक्रम में तिथि घोषित की गयी। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि कार्यक्रमानुसार20 नवंबर को मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली द्वितीय पड़ाव रांसी,21 नवंबर को गिरिया तृतीय पड़ाव,22 नवंबर को अपने गद्दीस्थल ऊखीमठ ओंकारेश्वर मंदिर पहुचेंगे भगवान मध्यमहेश्वर मेला आयोजित होगा। श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में आयोजित कार्यक्रम में हक हकूकधारी, वेदपाठी ब्राह्मणों की उपस्थिति में तिथि घोषित हुई।
इस अवसर पर देवस्थानम् बोर्ड के कार्याधिकारी एन.पी.जमलोकी, पुजारी बागेश लिंग, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, मनोज शुक्ला, देवी प्रसाद तिवारी, पुष्कर रावत आदि मौजूद रहे। मककूमठ में आयोजित कार्यक्रम में मठाधीश रामप्रसाद मैठाणी, प्रबंधक प्रकाश पुरोहित सहित आचार्यगण मौजूद रहे।
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