मां गंगा की भोग मूर्ति भैरव घाटी से गंगोत्री धाम रवाना, आज दिन में 12.35 बजे खुलेगे गंगोत्री धाम के कपाट।
श्री यमुनोत्री जी की डोली आज प्रातः शीतकालीन गद्दीस्थल खरसाली से यमुनोत्री धाम रवाना। आज दोपहर 12.41 पर खुलेंगे यमुनोत्री धाम के कपाट।
15 मई को खुलेंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट
उखीमठ/ उत्तरकाशी/ ऋषिकेश/ देहरादून । आज अक्षय तृतीया के दिन श्री गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ उत्तराखंड चार धाम के कपाट खुलने की शुरुआत हो जायेगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तथा पर्यटन-धर्मस्व मंत्री सतपाल जी महाराज ने चार धामों के कपाट खुलने के अवसर पर शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि विधि-विधान पूर्वक धामों के कपाट खुल रहे हैं आशा है कि जल्दी कोरोना महामारी का संकट टल जायेगा तथा चार धाम यात्रा पहले की भांति शुरू होगी। चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद ममगाई ने भी चारधाम यात्रा की शुरुआत होने पर बधाई दी है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी से बचाव हेतु अभी केवल धामों के तय तिथियों पर कपाट खुल रहे है अभी चार धाम में केंद्र की एडवाइजरी के अनुसार तीर्थ यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है। इस क्रम कल शनिवार को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में रात्रि को भैरव पूजा हुई। आज श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली उखीमठ से बहुत कम संख्या में तीर्थ पुरोहितों, प्रशासन एवं देवस्थानम बोर्ड के कर्मियों के साथ केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान हुई। कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए सादगी पूर्ण ढंग से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सड़क मार्ग से डोली आज गौरीकुंड पहुंचेगी। 27 अप्रैल को डोली लिंचोली तथा 28 अप्रैल शाम को डोली श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 29 अप्रैल को प्रात: 6 बजकर 10 मिनट पर श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट खुल जायेंगे।
जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के अनुसार उत्तराखंड चारधाम के कपाट खुलने के पश्चात परिस्थितियों का आकंलन कर उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के अनुसार यात्रा चल सकेगी। डोलियों के धामों के प्रस्थान एवं कपाट खुलने की ब्यवस्थाओं हेतु आयुक्त गढ़वाल/ सीईओ उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड रमन रविनाथ के द्वारा उचित दिशा निर्देश जारी किए गए है। मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि चारों धामों में कपाट खुलने की ब्यवस्थाओं एवं तैयारियों शारीरिक दूरी, साफ-सफाई, का ध्यान दिया जा रहा है इसी क्रम में बदरीनाथ धाम में सेनिटाइजर का छिड़काव किया गया है।
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