गुरूवार, अगस्त 7, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
7th अगस्त 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

अयोध्या में महाराजा कुश ने की थी नागेश्वर नाथ मंदिर की स्थापना

शेयर करें !
posted on : मार्च 7, 2023 2:56 पूर्वाह्न

अयोध्या : अयोध्या राम नगरी के रूप में जाना जाता है, लेकिन अयोध्या की राम की पैड़ी क्षेत्र में स्थित प्राचीन नागेश्वर नाथ मंदिर भी है, जो पूरे देश में रहने वालों शिव भक्तों के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है। शिव पुराण के अनुसार, एक बार नौका बिहार करते समय उनके हाथ का कंगन पवित्र सरयू में गिर गया, जो सरयू में वास करने वाले कुमुद नाग की पुत्री को मिल गया। यह कंगन वापस लेने के लिए राजा कुश तथा नाग कुमुद के मध्य घोर संग्राम हुआ। जब नाग को यह लगा कि वह यहां पराजित हो जायेगा तो उसने भगवान शिव का ध्यान किया। भगवान ने स्वयं प्रकट होकर इस युद्ध को रुकवाया। कुमुद ने कंगन देने के साथ भगवान शिव से अनुरोध किया कि उनकी पु्त्री कुमुदनी का विवाह कुश के साथ करा दें। इस प्रस्ताव को महाराज कुश ने स्वीकार किया और भगवान शिव से यह अनुरोध किया कि वे स्वयं सर्वदा यहीं वास करें। भगवान शिव ने उनकी इस याचना को स्वीकार कर लिया। नागों के ध्यान करने पर भगवान शिव प्रकट हुए थे, जिस कारण इसे नागेश्वर नाथ के नाम से जाना जाता है। इसके बाद राजा कुश ने अयोध्या में नागेश्वर नाथ मंदिर की स्थाापना की।


इस नगरी को राजा विक्रमादित्य ने बसाया था

इस प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार राजा विक्रमादित्य द्वारा कराया गया था। धार्मिक मान्यताओं में आज भी बाबा नागेश्वरनाथ अयोध्या की पहचान के रुप में जाने जाते हैं और देश के कोने कोने से आने वाले भक्त श्रद्धालुओं के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। भगवान शिव का यह प्राचीन मंदिर अयोध्या में स्थापित होने के कारण इसका महत्व और भी अधिक है और सावन मास में इस प्राचीन मंदिर में भगवान शिव का वंदन और पूजन करने से जन्म जन्मांतर के कष्ट मिट जाते हैं और मनुष्य को पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए अगर आप भी सावन के इस पवित्र माह में भगवान शिव की आराधना कर पुण्य अर्जन करना चाहते हैं तो बिना देर किए पहुंच जाएं राम की नगरी अयोध्या और सरयू तट के किनारे स्थापित भगवान नागेश्वरनाथ का दर्शन और पूजन करें।


अंग्रेजों ने भी माना नागेश्वरनाथ की महिमा

प्राचीन नागेश्वरनाथ महादेव की महिमा अपरम्पार है। उनकी महिमा का बखान न केवल हिन्दू भक्तों ने बल्कि अंग्रेजों ने भी किया है।अंग्रेज विद्वान विंसेटस्मिथ ने लिखा कि 27 आक्रमणों को झेल कर भी यह मंदिर अपनी अखंण्डता को बनाये रखे है। हैमिल्टान ने लिखा है कि पूरे विश्व में इसके समान दिव्य और पवित्र स्थान दूसरा कोई नहीं है।

https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/03/VID-20250313-WA0019.mp4

हाल के पोस्ट

  • हरिद्वार में होगा “सीड राखी कार्यक्रम” : आयुर्वेद विभाग की अनूठी पहल, बालिकाओं के माध्यम से दिया जाएगा पर्यावरण संरक्षण का संदेश
  • आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी द्वारा गंगोत्री पहुँचकर आपदा प्रभावितों के रेस्क्यू के लिए रणनीति का किया प्रत्यक्ष क्रियान्वयन एवं समन्वय
  • उत्तरकाशी धराली आपदा : राहत-बचाव कार्य जारी, CM धामी ने रेस्क्यू किए गए लोगों से मुलाकात
  • उत्तरकाशी धराली आपदा : ‘हारदूधु मेले’ में गए लोगों से नहीं हो पा रहा संपर्क
  • आईएएस डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने धराली-हर्षिल आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की, दिए अहम निर्देश
  • उत्तरकाशी धराली आपदा : ग्राउंड जीरो पर पहुंचे आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी, रेस्क्यू अभियान को दी गति
  • श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय धराली उत्तरकाशी आपदा पीडितों को पहुंचाएगा राहत, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में धराली आपदा पीड़ितों को मिलेगा निःशुल्क उपचार
  • टेबल टेनिस खिलाड़ी स्तुति कुकरेती की प्रतिभा को श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने किया सम्मानित, श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने 25 हजार रुपये का चेक किया प्रदान
  • उत्तराखंड : धराली का भयावह सबक!
  • आईआईटी रुड़की की नई तकनीक का उद्योग में सफल हस्तांतरण, नवीन पॉलीट्रायज़ीन तकनीक एनर्जीएनव कंपनी को सौंपी गई
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.