शुक्रवार, मई 9, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
9th मई 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

एक बाण से तीन असुर भाइयों का अंत कर त्रिपुरारी कहलाए भगवान शिव

शेयर करें !
posted on : मई 29, 2023 2:57 अपराह्न

दिल्ली : शिवपुराण के अनुसार, एक बार एक महादैत्य हुआ जिसका नाम था तारकासुर। इन दैत्य के तीन पुत्र हुए जिनके नाम तारकाक्ष, कमलाक्ष व विद्युन्माली था। शिव के पुत्र कार्तिकेय ने तारकासुर का वध कर दिया । इस घटना से तीनों पुत्रों ने बदला लेने के लिए घोर तपस्या की और ब्रह्माजी को प्रसन्न कर दिया। उन्होंने अमरता का वरदान माँगा पर ब्रह्माजी ने इसमें असमर्थता दिखाई और अन्य कोई वरदान मांगने के लिए कहा। तब तीनों ने ब्रह्माजी से कहा की हम तीनों के लिए ऐसे तीन नगर बसाये जो आकाश में उड़ते हो और एक हजार साल बाद हम तीनों जब मिले तब एक ही बाण से हम एक साथ मर सके, इसके अलावा हमारी मृत्यु नही हो। ब्रह्माजी ने उन्हें यह वरदान दे दिया। वरदान पाकर उन तीनो भाइयों ने हर लोक में अलग अलग होकर अपना आतंक फैलाना शुरू कर दिया, मनुष्य देवता सभी उनसे भय खाने लगे।


सभी त्राहिमाम-त्राहिमाम करते करते भगवान शिव के पास गये और अपने भय और दुःख और उनके समक्ष प्रकट किया। उनकी करुणामई विनती पर शिवजी उन तीनो का वध करने के लिए तैयार हो गये। तब विश्वकर्मा ने भगवान शिव के लिए एक दिव्य रथ का निर्माण किया। इस दिव्य रथ में सभी देवी देवताओं की शक्ति समाहित थी। सूर्य चन्द्र इस रथ के पहिये बने, यम कुबेर इंद्र अरुण आदि देवता इस रथ के घोड़े बन गये। भगवान विष्णु वो दिव्य तीर बने और शेषनाग बना धनुष की प्रत्यंचा और हिमालय पर्वत बना धनुष, फिर भगवान शिव इस रथ में सवार होकर सही समय पर उन तीनो भाइयो के समक्ष खड़े हो गये।  जैसे ही वो तीनों भाई एक सीध में खड़े हुए तभी शिवजी ने अपना धनुष से तीर चला दिया। ऐसा दिव्य तीर देखकर दैत्यों में हाहाकार मच गया। तीर तीनो भाइयो (त्रिपुरो ) को लगा और क्षण भर में ही उनके प्राण निकल गये। सभी देवी देवताओ ने शिवजी की जयजयकार त्रिपुरारी के नाम से लगाईं। जय हो त्रिपुरो का अंत करने वाले शिव त्रिपुरारी जी की।

 

https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/04/VIDEO-03-Years.mp4
https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/03/VID-20250313-WA0019.mp4

हाल के पोस्ट

  • उत्तरकाशी से बड़ी खबर : गंगनानी के पास हेलीकॉप्टर क्रैश, 5 लोगों की मौत की खबर, 7 लोग थे सवार
  • श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में युवाओं के हृदय स्वास्थ्य के लिए तीन दिवसीय जागरूकता अभियान, युवा अवस्था में बढ़ते ह्दय रोग के मामलों पर विशेषज्ञों ने जताई चिंता
  • राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मॉक ड्रिल की निगरानी, गृह सचिव और डीजीपी भी रहे मौजूद
  • केंद्रीय गृह मंत्री के साथ आयोजित वर्चुअल बैठक के बाद सीएम धामी ने ली उच्चस्तरीय बैठक; चारधाम यात्रा, राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ाई जाए- मुख्यमंत्री
  • एनसीसी के लिए 25 कैडे्स का चयन
  • बदरीनाथ हाईवे पर ड्रोन से की जारी निगरानी – एसपी सर्वेश पंवार
  • आंतकियों पर सेना की कार्रवाई सराहनीय – शंकराचार्य
  • ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान
  • बद्रीनाथ धाम की अब सुरक्षा करेगी आईआरबी
  • डीएम कर्मेन्द्र सिंह ने अधिकारियों को दिए निर्देश, 15 जून से पहले बाढ़ चौकियां हों सक्रिय, प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारी तेज
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.