गुरूवार, सितम्बर 18, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
Advertisement
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
18th सितम्बर 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

यहाँ पर गोस्वामी तुलसीदास को हनुमान जी ने दिए थे दर्शन, भूत ने बतायी थी बजरंगबली की पहचान

शेयर करें !
posted on : जनवरी 25, 2023 2:00 पूर्वाह्न

वाराणसी : काशी यानी वाराणसी में हनुमान जी का मंदिर आस्था और विश्वास का बहुत बड़ा धार्मिक स्थल माना गया है। संकटमोचन मंदिर के नाम से प्रसिद्ध इस मंदिर का इतिहास करीब 400 साल पुराना है। ये वहीं मंदिर है जहां पर गोस्वामी तुलसीदास को हनुमान जी ने अपना दर्शन दिया था और जिस स्थान पर उन्होंने दर्शन दिया उसी स्थान पर आज उनकी प्रतिमा स्थापित है। मान्यता है कि हनुमान जी ने तुलसीदास को दर्शन देने के बाद स्वयं ही मिट्टी का स्वरूप धारण कर यहीं स्थापित हो गए। संवत 1631 और 1680 के बीच इस मंदिर को बनवाया गया था। इसकी स्थापना तुलसीदास ने कराई थी। यह वह मंदिर हैं, जहां आकर यदि कोई भक्त कोई भी कामना करे तो वह अवश्य पूर्ण होती है। हनुमान जी को यहां जागृत अवस्था में माना गया है।


मान्यता है कि जब तुलीसदास जी काशी में रहते थे तो वह भगवान हनुमान की प्रेरणा से ही रामचरितमानस की रचना किए थे। पौराणिक कथा के अनुसार, तुलसीदास स्नान-दान के बाद गंगा के उस पार जाते थे। वहां एक सूखा बबूल का पेड़ था। उस पेड़ में वह रोजना ही जल देते थे। धीरे-धीरे वह पेड़ हरा होने लगा। एक दिन पानी डालते समय तुलसीदास को पेड़ पर एक भूत से सामना हुआ। भूत तुलसीदास के इस कृत्य से बहुत खुश था और एक दिन उसने उनसे पूछा कि, ‘क्या आप भगवान श्रीराम से मिलना चाहते हैं? मैं आपको उनसे मिला सकता हूं।’ इस पर उन्होंने हैरानी से पूछा- ‘तुम मुझे भगवान राम से कैसे मिला सकते हो?’ तब उस भूत ने बताया कि वह इस पेड़ पर रहता है और जानता है कि यहां हनुमान जी आते हैं और हनुमान जी ही उन्हें श्रीराम से मिला सकते हैं। तब तुलसीदास ने पूछा कि बताओ वह कैसे पहचानेंगे की हनुमान जी कौन हैं। तब भूत ने बताया कि, काशी के कर्णघंटा में राम का मंदिर है। वहां सबसे आखिरी में एक कुष्ठ रोगी रोज ही रामकथा सुनने आता है। यह कोई और नहीं, बल्कि हनुमान जी हैं। यह सुनकर तुलसीदास तुरंत उस मंदिर में गए।


मंदिर में रामकथा जब चल रही थी तो तुलसीदास भी वहां पहुंचे और कुष्ठ रोगी के पास जा कर बैठ गए। जब राम कथा खत्म हुई तो कुष्ठ रोगी जाने लगा तो वह भी उसके पीछे लग गए। आज जिस क्षेत्र को अस्सी कहा जाता है, वहां पहले आनद कानन वन था। यहां पहुंचने पर उन्होंने सोचा कि अब तो जंगल आ गया है, पता नहीं यह व्यक्ति कहां तक जाएगा। ऐसे में उन्होंने वहीं उसके पैर पकड़ लिए और कहा कि आप ही हनुमानजी हैं, कृप्या मुझे दर्शन दीजिए। इसके बाद बजरंग बली ने उन्हें दर्शन दिया और उनके आग्रह करने पर मिट्टी का रूप धारण कर वहीं स्थापित हो गए, जो आज संकट मोचन मंदिर के नाम से जाना जाता है।

नाराज होकर लिख डाला ‘हनुमान बाहुक’

तुलसीदास जी हनुमानजी के अभिन्न भक्त थे, लेकिन एक बार उनकी बांह में बहुत पीड़ा हो रही थी तब उन्होंने हनुमान जी को बोला कि आप सभी के संकट दूर करते हैं, मेरा कष्ट दूर नहीं करेंगे? इसके बाद नाराज होकर उन्होंने हनुमान बाहुक लिखना शुरू कर दिया। यह ग्रंथ लिखने के बाद जब वह खाली हुए तो उनके हाथ का दर्द भी जा चुका था।

https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/08/Video-1-Naye-Sapne.mp4
https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/09/WhatsApp-Video-2025-09-15-at-11.50.09-PM.mp4

हाल के पोस्ट

  • दवाईयां-मेडिकल सहायता लेकर सहस्त्रधारा पहुँची एसजीआरआर यूनिवर्सिटी एवं श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की टीम
  • श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल केे विशेषज्ञों ने बढ़ाई “स्वस्थ नारीःसशक्त परिवार अभियान” की गति, प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर महिला स्वास्थ्य को समर्पित विशेष पहल
  • एसजीआरआरयू में विशेषज्ञों ने दिखाई पर्वतीय खेती में खुशहाली की राह, उत्तराखण्ड में औषधीय व सुगंधित पौधों की खेती में अपार संभावनाएँ
  • जागरूकता व प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग से ओजोन परत संरक्षण संभव है – प्रो. रजवार
  • देहरादून में भारी से अति भारी वर्षा का रेड अलर्ट, जिले में 18 सितंबर को सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र रहेंगे बंद
  • श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में हिंदी दिवस का आयोजन
  • आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर पहुंचे डीएम सविन बंसल, रेस्क्यू टीम ने 70 लोगों को सुरक्षित निकाला
  • उत्तराखंड की शिल्पी अरोड़ा ने रचा इतिहास, कृभको बोर्ड में निर्वाचित होने वाली बनीं पहली महिला निदेशक
  • ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक फार्मेसी में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई विश्वकर्मा जयंती
  • राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म ‘चलो जीते हैं’ देहरादून में विशेष पुनः-रिलीज़ के लिए तैयार, प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर ‘साइलेंट हीरोज़’ को मिलेगा सम्मान, फिल्म ‘चलो जीते हैं’ की विशेष स्क्रीनिंग के बाद होगा आयोजन
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.