श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया में शामिल होने ऋषिकेश से जोशीमठ हुए रवाना
15 मई को प्रात: खुल रहे विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट
देहरादून । विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी तथा उनके तीन सहयोगियों की द्वितीय कोरोना रिपोर्ट नैगेटिव आयी है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में 20 अप्रैल को उनकी पहली कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आयी थी उसके पश्चात उन्हें 14 दिन होम क्वारंनटाईन की सलाह दी गयी थी। वह 14 दिनों से शिवानंद आश्रम ऋषिकेश में क्वारंटाईन में थे। 04 मई को उनका दूसरा कोरोना सेंपल लिया गया था। जोकि निगेटिव आया है। उनके सहयोगियों का कोरोना सेंपल भी निगेटिव आया है वह पूरी तरह स्वस्थ है।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की धार्मिक परंपराओं के निर्वहन हेतु वह आज ऋषिकेश के शिवानंद आश्रम से नृसिंह मंदिर जोशीमठ चले गये हैं। आज शाम तक जोशीमठ पहुंच जायेंगे। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि 13 मई को रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ रात्रि विश्राम हेतु योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचेगे। 14 मई शांयकाल वह आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी एवं गाडू घड़ा तेल कलश के साथ श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगे। जबकि 15 मई प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
कोरोना महामारी के संकट को देखते हुए अभी चारधाम यात्रा पर रोक है केवल कपाट खुलने की प्रक्रिया से जुड़े कुछ लोग ही श्री बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने के दौरान मौजूद रहेंगे। इस अवसर पर सोशल डिस्टेंस का ध्यान दिया जायेगा। मास्क पहनने तथा साफ सफाई पर जोर दिया जा रहा है। देवस्थानम बोर्ड द्वारा बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने से पूर्व की संक्षिप्त तैयारियां पूरी कर ली हैं।
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