चमोली : जनपद चमोली की सीमांत नीती घाटी में स्थित टिम्मरसैंण महादेव की यात्रा का बुधवार को विधिवत् आगाज हो गया है। जिला प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से समन्वय बनाते हुए टिम्मरसैंण यात्रामार्ग पर श्रद्वालुओं के लिए सभी जरूरी इंतेजाम कर दिए है। श्रद्वालुओं को नीती घाटी तक पहुॅचने के लिए अब इनर लाइन परमिशन लेने की आवश्यकता भी नही है।
जोशीमठ से 87 किमी की सड़क यात्रा में मलारी, गमशाली होते हुए नीती गांव पहुंचा जा सकता है। नीती से 1.5 किमी पैदल यात्रा करके टिम्मरसैंण महादेव के दर्शन किए जा सकते है। यात्रा मार्ग पर श्रद्वालु गमशाली में जय फैला मंदिर, बाम्पा में फैला पंचनाग मंदिर तथा मलारी में हीरामणी माता मंदिर के भी दर्शन कर सकेंगे। बुधवार को नीती, गमशाली, बाम्पा के कुछ स्थानीय निवासियों ने टिम्मरसैंण महादेव के दर्शनों का पुण्य अर्जित किया।
उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने पुलिस, एसडीआरएफ, जल संस्थान, स्वास्थ्य, पर्यटन सहित संबधित विभागीय अधिकारियों के साथ बुधवार को यात्रामार्ग का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्रशासन ने सुराईथोटा में पुलिस चैकी स्थापित कर दी है। यहाँ पर टिम्मरसैंण महादेव की यात्रा पर जाने वाले हर एक यात्री का पंजीकरण की व्यवस्था बनाई गई है। बैरियर से सुबह 11 बजे तक ही टिम्मरसैंण महादेव जाने की अनुमति दी जाएगी ताकि सभी यात्री महादेव के दर्शन करने के बाद उसी दिन लौट सके। अधिक ऊॅचाई वाले क्षेत्र में विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने बाम्पा में मेडिकल टीम तैनात की है ताकि जरूरत पडने पर श्रद्वालुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया हो सके। हदय रोगी, उच्च रक्तचाप व हाइपरटेंशन से ग्रसित श्रद्वालु शारीरिक परीक्षण के बाद ही यात्रा पर जाने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य संबधी समस्या के निदान हेतु आईटीबीपी चेक पोस्ट गमशाली में चिकित्सकों की टीम से भी संपर्क किया जा सकता है। श्रद्वालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत यात्रा मार्ग पर एसडीआरएफ भी तैनात की गई है। स्थानीय लोगों के माध्यम से बाम्पा, गमशाली व मलारी में दुकानों का संचालन शुरू कर दिया गया है। उप जिलाधिकारी ने बीआरओ को बर्फबारी के कारण अवरूद्व हुए मोटर मार्ग को शीघ्र सुचारू करने के निर्देश दिए है। इस दौरान जिला पर्यटन विकास अधिकारी वृजेन्द्र पांडे सहित पुलिस, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, जल संस्थान आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।