रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर मनाया जाता है अन्नकूट उत्सव
केदारनाथ । श्री केदारनाथ धाम में प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार अन्नकूट उत्सव का परंपरागत रूप से आयोजन किया जाएगा। इसके लिए देवस्थानम बोर्ड द्वारा तैयारियां पूरी की गयी है।
प्रत्येक वर्ष रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर अन्नकूट पर्व मनाया जाता है। भगवान केदारनाथ जी को नये अनाज का भोग लगाया जाता है। नये चावलो को पकाकर भगवान केदारनाथ जी को चढाया जाता है। तथा पके चावलों से स्वयंभू शिवलिंग को ढक दिया जाता है। प्रात:काल चावलों को मंदाकिनी नदी में प्रवाहित कर दिया जाता है।
मान्यता है कि भगवान शिव सभी खाद्य पदार्थों से जहर को समाप्त कर देते है इस पर्व को भतूज कहा जाता है। इस अवसर पर देर रात्रि 3 बजे प्रात: मंदिर खुलेगा। 3 बजे प्रात: से चार बजे तक मंदिर में विशेष दर्शन होंगे। इस बार स्थानीय पंचगाई हक हकूकधारियों की ओर से आर सी तिवारी, राकेश तिवारी, अशोक शुक्ला, ललित शुक्ला, धर्मेंद्र तिवारी द्वारा भगवान केदारनाथ को नया अनाज का भोग लगाया जायेगा। केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की जायेगी।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि इस अवसर पर देवस्थानम बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला, पारेश्वर त्रिवेदी, सूरज नेगी, वेदपाठी आशाराम नौटियाल, महावीर तिवारी, पंथेर प्रियधर जमलोकी, मृत्यंजय हीरेमठ, देवीप्रसाद मैदुली, भोला कुंवर आदि मौजूद रहेंगे।
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