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नेपाल में सियासी संकट : पीएम केपी शर्मा ओली ने दिया इस्तीफा

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posted on : सितम्बर 10, 2025 8:44 अपराह्न

काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। यह इस्तीफा देशभर में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ जेनरेशन-जेड के हिंसक प्रदर्शनों के बाद आया, जिसमें सोमवार को 19 लोगों की मौत और 300 से अधिक लोग घायल हो गए। राजधानी काठमांडू सहित कई शहरों में उग्र प्रदर्शनों ने नेपाल को गहरे राजनीतिक संकट में धकेल दिया है।

प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में लगाई आग

मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू में संसद भवन में घुसकर तोड़फोड़ की और आग लगा दी, जिससे भवन से गहरे काले धुएं के गुबार उठते देखे गए। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने नेपाल सुप्रीम कोर्ट और अटॉर्नी जनरल के कार्यालय में भी तोड़फोड़ की। काठमांडू में एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम बहुत खुश हैं कि ओली ने इस्तीफा दे दिया, लेकिन हमारी मांगें अभी पूरी नहीं हुई हैं। हम सुशासन और जवाबदेही चाहते हैं।”

मंत्रियों के घरों पर हमले

प्रदर्शनकारियों ने कई मंत्रियों के घरों को निशाना बनाया। उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री बिष्णु पौडेल, ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का, विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा और गृह मंत्री रमेश लेखक के आवासों पर पथराव और आगजनी की गई। नेपाल राष्ट्र बैंक के गवर्नर बिस्व पौडेल के घर पर भी हमला हुआ। इसके अलावा, सीपीएन (यूएमएल) पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और कम्युनिस्ट पार्टी का प्रतीक हथौड़ा और हंसिया का चिह्न गिरा दिया गया।

स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्री प्रदीप पौडेल ने प्रदर्शनों पर सरकारी कार्रवाई के खिलाफ असहमति जताते हुए इस्तीफा दे दिया। फेसबुक पर अपने बयान में उन्होंने कहा, “युवाओं की सुशासन और न्याय की मांग को दबाने के लिए गोलीबारी उचित नहीं है। मेरी अंतरात्मा मुझे मंत्रिमंडल में बने रहने की इजाजत नहीं देती।” इससे पहले गृह मंत्री रमेश लेखक और कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी भी नैतिक आधार पर इस्तीफा दे चुके हैं।

त्रिभुवन हवाई अड्डा बंद, उड़ानें रद्द

प्रदर्शनों के बीच त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। हवाई अड्डा प्राधिकरण के महाप्रबंधक हंसराज पांडे ने बताया कि कोटेश्वर के पास धुएं के कारण दोपहर 12:45 बजे से उड़ानें रोक दी गईं। प्रदर्शनकारियों ने ड्रोन, आतिशबाजी और लेजर लाइट्स का उपयोग कर हवाई संचालन को बाधित करने की कोशिश की। कई मंत्रियों को सेना के हेलीकॉप्टरों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।

काठमांडू कलिंग साहित्य महोत्सव स्थगित

हिंसक प्रदर्शनों के कारण 13-14 सितंबर को प्रस्तावित चौथा काठमांडू कलिंग साहित्य महोत्सव स्थगित कर दिया गया। आयोजकों ने बताया कि 60 से अधिक भारतीय लेखक, जिनमें बानू मुश्ताक और दीपा भाष्थी शामिल थे, और 200 नेपाली लेखक इस आयोजन में भाग लेने वाले थे। महोत्सव अब 14-15 फरवरी 2026 को होगा। आयोजक रश्मि रंजन परिदा ने कहा, “वर्तमान परिस्थितियों में यह आयोजन उचित नहीं होगा।”

ओली का इस्तीफा और राजनीतिक संकट

केपी शर्मा ओली ने अपने इस्तीफे में कहा, “देश की असाधारण परिस्थितियों को देखते हुए और संवैधानिक समाधान की दिशा में प्रयासों को सुगम बनाने के लिए मैंने इस्तीफा दिया है।” इससे पहले, सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल ने ओली से इस्तीफा देने की सलाह दी थी, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। सूत्रों के अनुसार, ओली ने दुबई में शरण लेने की योजना बनाई थी और इसके लिए हिमालया एयरलाइंस को तैयार रखा गया था।

नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा ने ओली से तत्काल इस्तीफे की मांग की थी, और उनकी पार्टी ने सरकार से समर्थन वापस लेने पर विचार शुरू किया है। राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) ने भी ओली के इस्तीफे और नए चुनावों की मांग की है।

प्रदर्शनकारियों की मांगें

जेन-जेड प्रदर्शनकारी भ्रष्टाचार, कदाचार और सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उनकी मांगों में शामिल हैं:

  • प्रधानमंत्री और सरकार का इस्तीफा.

  • भ्रष्टाचार के लिए स्वतंत्र और पारदर्शी निगरानी संस्था की स्थापना.

  • बार-बार असफल नेताओं पर सार्वजनिक पदों से प्रतिबंध.

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