नई दिल्ली : कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने आज 6 अप्रैल को भाजपा का दामन थाम लिया। केरल कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के पूर्व संयोजक अनिल एंटनी ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, वी मुरलीधरन, केरल बीजेपी अध्यक्ष के सुरेंद्रन की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। इस दौरान अनिल एंटनी ने कहा कि एक भारतीय युवा होने के नाते मुझे ऐसा लगता है कि यह मेरी जिम्मेदारी और कर्तव्य है कि मैं प्रधानमंत्री के राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय एकता के दृष्टिकोण में अपना योगदान दूं।
अनिल एंटनी ने 2002 के गुजरात दंगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर विवाद के बाद बीते जनवरी के महीने में कांग्रेस छोड़ दी थी। उन्होंने इस डॉक्यूमेंट्री को भारतीय संस्थानों के विचारों से अधिक महत्व दिए जाने को खतरनाक चलन बताते हुए कहा था कि इससे देश की संप्रभुता प्रभावित होगी। उन्होंने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को भारत के खिलाफ पक्षपातपूर्ण कहा था। इस प्रतिक्रिया के बाद उन्हें कांग्रेस के अंदर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद उन्होंने पार्टी में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
अनिल एंटनी के पिता एके एंटनी कांग्रेस सरकार में केंद्रीय रक्षा मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। एके एंटनी का नाम बड़े नेताओं में शुमार रहा है। पार्टी छोड़ने से पहले अनिल एंटनी केरल में कांग्रेस का सोशल मीडिया सेल चलाते थे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उनका भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि अनिल एंटनी एक बहुआयामी व्यक्तित्व हैं। जब मैंने अनिल एंटनी की साख देखी तो मैं बहुत प्रभावित हुआ। उनके विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों के समान हैं। हमें विश्वास है कि वह बहुत सक्रिय भूमिका निभाते रहेंगे और दक्षिण भारत में भाजपा के पदचिह्न को बढ़ाने में मदद करेंगे।
एके एंटनी आहत
अपने बेटे अनिल एंटोनी के भाजपा में शामिल होने पर एके एंटनी ने कहा कि अनिल के भाजपा में शामिल होने के फैसले ने मुझे आहत किया है। यह बहुत ही गलत फैसला है। भारत का आधार एकता और धार्मिक सद्भाव है। 2014 के बाद जब से मोदी सरकार सत्ता में आई, वे व्यवस्थित रूप से विविधता और धर्मनिरपेक्षता को कमजोर कर रहे हैं। भाजपा सिर्फ एकरूपता में विश्वास रखती है, वे देश के संवैधानिक मूल्यों को नष्ट कर रहे हैं।


