शुक्रवार, मई 16, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
16th मई 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

कीबोर्ड पर QWERTY में क्यों लिखे होते हैं अक्षर, ABCD…में क्यों नहीं?

शेयर करें !
posted on : नवम्बर 8, 2024 10:29 अपराह्न

 नई दिल्ली : क्या आपने कभी सोचा है कि आपके कंप्यूटर या लैपटॉप के कीबोर्ड पर अक्षर इस बेतरतीब तरीके से क्यों रखे गए हैं? A, B, C, D की साधारण ताल के बजाय हमें QWERTY जैसा पैटर्न क्यों मिलता है? अगर यह सवाल आपके मन में आया हो तो आप अकेले नहीं हैं. टाइपिंग सीखने का कंप्यूटर इस्तेमाल करने वाले लाखों लोगों के मन में यह सवाल कभी न कभी जरूर उठता है. 100 में से 99 लोग तो इसके बारे में नहीं ही जानते हैं. यदि आप भी नहीं जानते, तो फिक्र करने की बात नहीं, हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं.

कीबोर्ड की QWERTY डिजाइन की जड़ें टाइपराइटर के आविष्कार से जुड़ी हैं, जो 19वीं शताब्दी में हुआ था. टाइपराइटर का पहला सफल मॉडल क्रिस्टोफर लैथम शोल्स (Christopher Latham Sholes) ने 1868 में बनाया था. हालांकि, शुरुआत में इसका डिजाइन सिंपल था और इसमें अक्षरों को A से Z तक क्रम में सजाया गया था. लेकिन जल्द ही एक बड़ी समस्या सामने आई. जब लोग तेजी से टाइप करते थे, तो टाइपराइटर की कीज़ (Keys) अक्सर आपस में टकरा जाती थीं और मशीन अटक जाती थी.

शोल्स और उनके साथियों ने QWERTY कीबोर्ड का आविष्कार किया. इस डिज़ाइन का उद्देश्य था कि कीज़ की ऐसी सेटिंग बनाई जाए, जिससे टाइपिंग की स्पीड बेशक थोड़ी धीमी हो, लेकिन कीज़ आपस में टकराएं नहीं. इसी विचार के साथ अक्षरों को इस तरह से सजाया गया कि टाइपिस्ट जब टाइप करें तो उन्हें दिक्कत न हो. इस कीबोर्ड को QWERTY नाम दिया गया, ऊपरी लाइन में पहले 6 अक्षय Q, W, E, R, T, Y हैं.

टाइपराइटर के शुरुआती मॉडलों में सबसे सफल रेमिंगटन (Remington) कंपनी का टाइपराइटर था, जिसने QWERTY लेआउट को अपनाया. चूंकि रेमिंगटन उस समय की प्रमुख टाइपराइटर निर्माता कंपनी थी, इस वजह से धीरे-धीरे QWERTY लेआउट का नया मानक बन गया. इसके बाद जब कंप्यूटर कीबोर्ड का आविष्कार हुआ, तब भी इसी डिज़ाइन को अपनाया गया, क्योंकि लोग इससे पहले से परिचित थे.

हालांकि QWERTY सबसे प्रचलित कीबोर्ड डिज़ाइन है, पर यह एकमात्र विकल्प नहीं था. ड्वोरक (Dvorak) कीबोर्ड एक और डिज़ाइन है, जिसे 1930 के दशक में डॉ. ऑगस्ट ड्वोरक ने विकसित किया. इस कीबोर्ड का लक्ष्य टाइपिंग की गति और आराम को बढ़ाना था. ड्वोरक कीबोर्ड में अक्सर इस्तेमाल होने वाले अक्षरों को इस तरह व्यवस्थित किया गया था कि उंगलियों की मूवमेंट कम हो टाइपिंग सहजता से हो. लेकिन, चूंकि QWERTY पहले से ही काफी प्रचलित था, ड्वोरक कीबोर्ड ने उतनी लोकप्रियता नहीं मिली.

https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/04/VIDEO-03-Years.mp4
https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/03/VID-20250313-WA0019.mp4

हाल के पोस्ट

  • पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर और ठंडे पेय पदार्थों की गुणवत्ता व भंडारण में लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई – सचिव डॉ. आर राजेश कुमार
  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में कैंची धाम के लिए बाईपास निर्माण का काम शीघ्र होगा शुरू
  • गर्मियों के संवेदनशील मौसम में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता से नहीं किया जाएगा कोई समझौता : डॉ. आर. राजेश कुमार
  • सरकारी दफ्तरों में लेटलतीफी पर सख्ती, तय समय बाद हुई बायोमेट्रिक हाज़िरी तो भुगतनी होगी सज़ा
  • माणा गांव में 12 वर्षों बाद विधि विधान के साथ शुरु हुआ पुष्कर कुंभ
  • आंतरिक सुरक्षा को लेकर डीएम संदीप तिवारी ने ली अधिकारियों की बैठक
  • श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टर मरीजों की सेहत का हाल जानने चॉपर से पहुंचे कर्णप्रयाग, कैंसर जागरूकता एवं निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का 1585 मरीजों ने उठाया लाभ
  • श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने स्पोर्ट्स अचीवर्स को करवाई चाॅपर की सैर, आसमान से अपनी यूनिवर्सिटी को देख अचीवर्स के खिले चेहरे, अचीवर्स बोले आई लव एसजीआरआरयू
  • बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति विकसित करेगा जादुई पिटारा – शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत
  • भगवंत ग्लोबल विश्वविद्यालय में दो दिवसीय बूट कैंप का आयोजन
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • बिहार
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.