कोटद्वार / गढ़वाल : गढ़वाल का द्वार कहे जाने कोटद्वार इन दिनों खनन को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है. कोटद्वार में नगर निगम वार्ड नम्बर 06 के पार्षद ने आरोप लगाया है कि जब वह खनन की लाइव वीडियो बना रहे थे तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी है.
वहीं अब नगर निगम के पार्षद सूरज प्रसाद कांति ने खोह नदी में हो रहे गैर नियमानुसार खनन की लाइव वीडियो कवरेज करने पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुरेश असवाल पर जान से मारकर उसी नदी में गाड़ देने की धमकी देने का आरोप लगाया है. आरोप-प्रत्यारोप कितने सही और गलत है यह तो जांच के बाद ही पता चल पायेगा, लेकिन कोटद्वार में इसको लेकर कोई बड़ा अपराध होने का अंदेशा बन गया है. इस खनन को लेकर बढ़ रहे अपराध को पुलिस भी सवालों के घेरे में आ रही है.
नियम विरुद्ध खनन का लगाया आरोप
पार्षद सूरज कांति ने आरोप लगाया कि रिवर चैनलाइजेशन में स्पष्ट है कि नदी के प्रवाह क्षेत्र की दोनों किनारो से 25-25 प्रतिशत छोड़कर बाकी बचे मध्य में पचास प्रतिशत भाग पर तीन मीटर गहराई तक ही खनन किया जा सकता है, लेकिन खोह नदी के तटबंधों को खोदकर नदी को चौड़ा किया जा रहा है और नदी को 8 से 10 मीटर गहरा खोदा जा रहा है। वहीं कई स्थानों पर बीस मीटर तक खोद दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत पूर्व में भी प्रशासन से की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गत बुधवार को सांय को जनता के बुलाने पर खोह नदी में चल रहे खनन को देखने पहुंचे तो वहां नियमों के विपरीत खनन हो रहा था।
पार्षद ने की सुरक्षा की मांग
सूरज प्रसाद कांति ने कहा कि उन्होंने फेसबुक के माध्यम से लाइव रहते हुए जनता को खोह नदी में हो रहे गैर नियमानुसार खनन को दिखाया। यह देखकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुरेश असवाल भड़क गये। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने अभ्रद भाषा का प्रयोग कर गाली-गलौज की और जान से मारकर खोह नदी में गाड़ देने की धमकी दी। यह घटना उस समय हुई जब तहसील के अधिकारी खोह नदी में जांच कर रहे थे। पार्षद ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
ब्राह्मण नेता कर रहे है खनन का विरोध
सूत्रों की माने तो गढ़वाल के द्वार कोटद्वार में हो रहे खनन का कोटद्वार के ब्राह्मण नेता कर रहे है विरोध तो कुछ ठाकुर नेता खनन का कर रहे है पक्ष ! कोटद्वार शहर में आजकल खनन को लेकर यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है. क्योकि शहर के अधिकांश ब्राहमण नेता खनन का विरोध कर रहे है जबकि कुछ लोग खनन को लेकर बड़े उत्सुक नजर आ रहे है. खनन का विरोध कर रहे है लोगो का कहना है कि कोटद्वार की नदियों में हो रहा है खनन नियम एवं मानको के विरुद्ध किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री की छवि को करना चाहते है धूमिल
कोटद्वार में खनन को लेकर बड़ी बड़ी बाते हो रही है तो कुछ लोग खनन के कारोबार में सूबे के मुख्यमंत्री का नाम घसीटने से बाज नही आ रहे है. खनन करने वालों का खुद को मुख्यमंत्री का करीबी बताने की चर्चा कोटद्वार में जोरों पर है। साथ ही चर्चा है कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख का कांग्रेसी होना और अवैध खनन का विरोध करने वालों को धमकी देना इस ओर इशारा कर रहा है कि सूबे के मुख्यमंत्री का नाम लेकर अधिकारियों पर अवैध खनन को प्रश्रय देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और मुख्यमंत्री का नाम बदनाम किया जा रहा है।
कोटद्वार का आम भाजपाई खनन से दुखी है, हैरान है और इस अवैध खनन में बेवजह मुख्यमंत्री का नाम घसीटे जाने से परेशान है, क्योंकि उसे खनन से कोई मतलब नहीं और नदियों में भारी भरकम गड्ढे भाजपा की छवि पर दाग लगा रहे हैं जो उसे पसंद नहीं।
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