गुरूवार, सितम्बर 18, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
Advertisement
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
18th सितम्बर 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

चमोली में कम ऊंचाई पर खिला सफेद बुरांश, बना कौतुहल का विषय

शेयर करें !
posted on : अप्रैल 19, 2020 5:21 अपराह्न

चमोली । मध्य हिमालयी क्षेत्र के 1500 से 2500 मीटर की उंचाई पर सुर्ख लाल रंग का बुरांश दिखायी देना एक आम बात है लेकिन इसी उंचाई पर सफेद रंग का बुरांश खिलना लोगों के लिए कौतुहल का विषय बना हुआ हैं जबकि इस प्रजाति का बुरांश 1800मीटर से लेकर 2900 मीटर की उंचाई पर खिलता है।

यह कुदरत का करिश्मा ही है कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उगने वाला सफेद बुरांस का फूल जोशीमठ ब्लॉक में समुद्रतल से 1800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सेलंग गांव में खिल रखा है। लोग हैरत में हैं कि आखिर यह सफेद बुरांस इतनी कम ऊंचाई पर कैसे खिल रहा, जबकि इस ऊंचाई पर राज्य वृक्ष लाल बुरांस का फूल ही खिलता है। इस ऊंचाई सिर्फ लाल बुरांस के लिए मुफीद है। यही नहीं, हिमालयी क्षेत्र में खिलने वाले सफेद बुरांस के पेड़ भी लाल बुरांश के पेड़ की तुलना में काफी बौने होते हैं। जबकि यह सफेद बुरांश का पेड़ लगभग 20 मीटर ऊंचा है, जबकि सामान्य पेड़ पांच से छह मीटर ऊंचे होते हैं। सेलंग निवासी कल्पेश्वर भंडारी बताते हैं कि पहाड़ के भूगोल से परिचित हर व्यक्ति इस बुरांस को देखकर आश्चर्यचकित हुए बिना नहीं रहता। लिहाजा इस दुर्लभ पेड़ को संरक्षित किए जाने की जरूरत है। वन विभाग को इस दिशा में पहल करनी चाहिए।

क्या कहते है वनस्पति शास्त्री

वनस्पति शास्त्री एवं राजकीय महाविद्यालय कर्णप्रयाग में वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर विश्वपति भट्ट कहते हैं कि कभी-कभी किन्हीं कारणों से सफेद बुरांस का बीज निचले स्थानों पर पहुंच जाता है। अलग एन्वायरनमेंटल सेटअप के कारण इसके पेड़ की प्रथम व द्वितीय पीढ़ी में मॉर्फाेलॉजिकल बदलाव आ जाता है। यही नहीं, पांचवीं व छठी पीढ़ी में तो आनुवांशिक गुणों के बदलने की भी संभावना रहती है। ऐसे में यह नई प्रजाति या सब प्रजाति बन जाती है। प्रो. भट्ट के अनुसार सफेद बुरांस का यह पेड़ अभी प्रथम पीढ़ी का है यानी इसमें सिंगल स्टेम है। लिहाजा यह बदलाव अस्थायी बदलाव माना जाएगा।

वर्ष में एक-डेड माह खिला रहता है सफेद बुरांस

यह सफेद बुरांस रोडोडेंड्रॉन कैम्पेनुलेटम प्रजाति का है। स्थानीय भाषा में सफेद को लोग चिमुल, रातपा जैसे नामों से जानते हैं। छह माह बर्फ की चादर ओढ़े रहने पर मार्च आखिर से जब बर्फ पिघलनी शुरू होती है, तब सफेद बुरांस के तने बाहर निकलते हैं और इन पर फूल खिलने लगते हैं। सामान्यतौर पर सफेद बुरांस के फूल आठ से दस दिन तक खिले रहते हैं। कई जगह देर से बर्फ पिघलने पर यह देर से भी खिलता है।

क्या कहते है वन क्षेत्राधिकारी

वन क्षेत्राधिकारी नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क धीरेश चंद्र बिष्ट कहते हैं कि यह लाल बुरांस की ही प्रजाति है। आनुवांशिक गुणों में बदलाव के चलते यह सफेद बुरांस की प्रजाति में बदल गया होगा। बिष्ट दावा करते हैं कि देश में ऐसा पेड़ कही नहीं है। इसलिए वन विभाग इसको संरक्षित करने का कार्य करेगा।

Discussion about this post

https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/08/Video-1-Naye-Sapne.mp4
https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/09/WhatsApp-Video-2025-09-15-at-11.50.09-PM.mp4

हाल के पोस्ट

  • दवाईयां-मेडिकल सहायता लेकर सहस्त्रधारा पहुँची एसजीआरआर यूनिवर्सिटी एवं श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की टीम
  • श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल केे विशेषज्ञों ने बढ़ाई “स्वस्थ नारीःसशक्त परिवार अभियान” की गति, प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर महिला स्वास्थ्य को समर्पित विशेष पहल
  • एसजीआरआरयू में विशेषज्ञों ने दिखाई पर्वतीय खेती में खुशहाली की राह, उत्तराखण्ड में औषधीय व सुगंधित पौधों की खेती में अपार संभावनाएँ
  • जागरूकता व प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग से ओजोन परत संरक्षण संभव है – प्रो. रजवार
  • देहरादून में भारी से अति भारी वर्षा का रेड अलर्ट, जिले में 18 सितंबर को सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र रहेंगे बंद
  • श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में हिंदी दिवस का आयोजन
  • आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर पहुंचे डीएम सविन बंसल, रेस्क्यू टीम ने 70 लोगों को सुरक्षित निकाला
  • उत्तराखंड की शिल्पी अरोड़ा ने रचा इतिहास, कृभको बोर्ड में निर्वाचित होने वाली बनीं पहली महिला निदेशक
  • ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक फार्मेसी में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई विश्वकर्मा जयंती
  • राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म ‘चलो जीते हैं’ देहरादून में विशेष पुनः-रिलीज़ के लिए तैयार, प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर ‘साइलेंट हीरोज़’ को मिलेगा सम्मान, फिल्म ‘चलो जीते हैं’ की विशेष स्क्रीनिंग के बाद होगा आयोजन
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.