दरभंगा : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 नवम्बर को बिहार दौड़े पर आ रहे है इस दौरान प्रधानमंत्री मिथिलांचल के दरभंगा में प्रस्त्ववित एम्स निर्माण का शिलान्यास करेंगे। इसकी पुष्टि करते दरभंगा के नगर विधायक संजय सरावगी ने करते हुए कहा कि यह मिथिला के लिए गौरव की बात होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी आगमन की तैयारी में पूरी भाजपा की टीम लग गई है। उन्होंने कहा कि यह एम्स केवल मिथिलांचल ही नही बल्कि पड़ोसी देश नेपाल सहित उत्तर बिहार के लोगो को भी इसका फायदा मिलेगा।
बतादें की एम्स के शीघ्र निर्माण को लेकर केंद्र की सरकार और बिहार की सरकार दोनो काफी ततपरता के साथ काम कर रही है। इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले तीन महीने ले अंदर एम्स निर्माण के लिए प्रस्तावित सोभन बाईपास की 187 एकड़ भूमि बिहार की सरकार ने केंद्र सरकार को हस्तांतरित करवा चुकी है। वहीं इस जगह का निरीक्षण खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने किया था। उसके तुरंत बाद ही इस जमीन के लिए भूमि का सर्वेक्षण कार्य भी पूरा का लिया गया था। उसके बाद अभी दो सप्ताह पहले ही इसके निर्माण की रूपरेखा तैयार करने के लिए टेंडर भी जारी किया गया था। बतादें की केंद्र की सरकार सोभन बाईपास में एम्स निर्माण के 1260 करोड़ रुपये भी जारी कर चुकी है वही इसके निर्माण के लिए एजेंसी भी तय किया जा चुका है।
बिहार के दूसरे एम्स निर्माण का निर्माण दरभंगा के सोभन बाईपास में होना है। इसके निर्माण की प्रक्रिया तेजी से बढ़ती हुई नजर आ रही है। केंद्र सरकार 25 अक्टूबर को इसके लिए ई टेंडर के माध्यम से निविदा भी निकाल दी गई है। जिसमें दरभंगा में बनने वाले एम्स के भवन की रूपरेखा तैयार करने एवं मास्टर प्लान की रूपरेखा तैयार करने के लिए कंसल्टेंट सेवा लेने के लिए टेंडर निकाल दिया गया है।प्रकाशित किए गए टेंडर में दरभंगा एम्स के विभिन्न विभागों की संभावित रूपरेखा भी दर्शाई गई है। बिहार के दूसरे एम्स के भीतर आईसीसीयू, क्रिटिकल केयर आदि विभागों के लिए 175 बेड,सर्जरी, ऑर्थो ,ऑप्थालमॉलॉजी विभाग में 120 बेड जबकि मेडिसिन विभाग में 60 और पीडियाट्रिक में 60 बेड स्त्री एवं प्रसूति विभाग में 75 बेड, डर्मेटोलॉजी में 15 बेडों की व्यवस्था रहेगी।