posted on : अगस्त 23, 2021 12:00 पूर्वाह्न
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रक्षा बंधन के पावन अवसर पर आज पटना स्थित राजधानी वाटिका-2 में पीपल वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधा। बिहार वृक्ष सुरक्षा दिवस के अवसर पर राजधानी वाटिका में मुख्यमंत्री ने पाटली वृक्ष का रोपण भी किया। पहली बार 13 अगस्त 2012 को रक्षा-बंधन के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘‘वृक्ष सुरक्षा दिवस‘‘ का शुभारंभ किया गया था। इसका उद्देश्य है कि पर्यावरण के प्रति लोग जागरूक हों और अधिक-से-अधिक पौधारोपण करें एवं पौधों को संरक्षित करें। जलवायु परिवर्तन से पृथ्वी पर हो रहे नुकसान को कम करने के लिए पौधारोपण करना एवं इन्हें बचाना आवश्यक है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत इस वर्ष 5 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। राज्य का हरित आवरण अब लगभग 15 प्रतिशत हो गया है जिसे 17 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये राज्य सरकार प्रयासरत है। राज्य में इको टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा रहा है इसके लिये विभाग में इको टूरिज्म विंग का गठन तथा इको टूरिज्म पॉलिसी बनायी जा रही है। इन सभी प्रयासों से राज्य के लोग पर्यावरण एवं जीव-जंतुओं के संरक्षण तथा पौधारोपण के प्रति जागरूक होंगे।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री आशुतोष, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, जिलाधिकारी श्री चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री उपेन्द्र शर्मा सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षा बंधन के अवसर पर सभी लोगों को बधाई है। जैसे सभी लोग एक दूसरे की रक्षा करते हैं, भाई, बहन की रक्षा करते हैं, उसी प्रकार हम सभी को वृक्षों की भी रक्षा करनी चाहिये। इसी उद्देश्य से हमलोगों ने वर्ष 2012 से वृक्ष सुरक्षा दिवस की शुरूआत की। इसी सिलसिले में हमलोग आज का यह कार्यक्रम करते हैं।
इस अवसर पर इस बात का हम सभी को ध्यान रखना चाहिये कि पर्यावरण के संरक्षण के लिये वृक्षारोपण करने के साथ वृक्षों की रक्षा करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शुरू से ही वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है और अब जल-जीवन-हरियाली अभियान के अन्तर्गत यह काम किया जा रहा है। इससे हरियाली का माहौल बनेगा, यह सबके हित में होगा। नई पीढ़ी को भी इसके बारे में पूरी तौर पर जो समझ हो रही है उससे सबका भविष्य सुरक्षित होगा। भाजपा के दिग्गज नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनसे हमारा पहले से ही संबंध रहा है। कल उनके निधन की सूचना मिलते ही हमने अपना शोक प्रकट किया है। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी और कल उनका निधन हो गया। यह दुखद है, हम उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि प्रकट करते हैं। जातीय जनगणना को लेकर कल प्रधानमंत्री से मुलाकात के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कल 11 बजे पूर्वाह्न मेरे साथ 10 और लोगों को प्रधानमंत्री जी से दिल्ली में मिलना है। कुछ लोग दिल्ली पहुॅच चुके हैं और कुछ लोग आज पहुॅचेंगे। हमलोग शुरू से ही जातीय जनगणना को लेकर अपनी बात कहते रहे हैं, यह हो जाता है तो अच्छी बात होगी। बिहार ही नहीं पूरे देश में लोग इसके बारे में सोचते हैं। इसी दृष्टिकोण को लेकर कल हमलोग अपनी बात को रखेंगे।


