मंगलवार, सितम्बर 16, 2025
  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video
liveskgnews
Advertisement
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स
No Result
View All Result
liveskgnews
16th सितम्बर 2025
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

बिहार में मतदाता सूची संशोधन पर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती, गैरकानूनी प्रक्रिया हुई तो रद्द होगा पूरा अभियान

शेयर करें !
posted on : सितम्बर 16, 2025 1:59 पूर्वाह्न

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को स्पष्ट किया कि यदि बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के दौरान चुनाव आयोग किसी भी तरह की गैरकानूनी प्रक्रिया अपनाता है, तो पूरा संशोधन अभियान रद्द किया जा सकता है। अदालत ने कहा कि यह आदेश सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि देशभर में चल रही सभी SIR प्रक्रियाओं पर लागू होगा।

सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि वह मानकर चलती है कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और कानून व नियमों के अनुरूप ही काम कर रही है। मामले की अगली सुनवाई और अंतिम बहस की तारीख 7 अक्टूबर तय की गई है।

आधार कार्ड पर फिर विवाद

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सोमवार को आदेश दिया था कि बिहार में मतदाता सूची संशोधन के दौरान आधार कार्ड को भी 12वें वैध दस्तावेज के रूप में स्वीकार किया जाए। अदालत ने यह निर्देश तब दिया जब शिकायतें सामने आईं कि चुनाव अधिकारियों ने आधार कार्ड को मानने से इनकार कर दिया था।

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाला बागची की पीठ ने चुनाव आयोग की आपत्ति को खारिज करते हुए कहा कि आधार नागरिकता का प्रमाण पत्र नहीं है, लेकिन यह पहचान और निवास का वैध सबूत है, इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

विपक्ष का आरोप

इस पूरी प्रक्रिया पर विपक्षी दल लगातार सवाल उठा रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि आयोग ने कई असली मतदाताओं के नाम बिना पूरी जांच किए हटा दिए हैं। उनका कहना है कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए आयोग ने 11 दस्तावेज तय किए हैं, लेकिन आधार कार्ड को शामिल नहीं किया गया, जबकि यह देश में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल होने वाला पहचान पत्र है।

https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/08/Video-1-Naye-Sapne.mp4
https://liveskgnews.com/wp-content/uploads/2025/09/WhatsApp-Video-2025-09-15-at-11.50.09-PM.mp4

हाल के पोस्ट

  • 15 महीना से बुजुर्ग को चक्कर कटा रहा था कानूनगो; डीएम का चढ़ा पारा अब कई कानूनगो पर गाज गिरना तय
  • बड़ी खबर : खनन माफिया के दबाव में यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल, जनहित से ज्यादा अपने हित के लिए करते हैं काम
  • आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट
  • सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा संचालित देहरादून बेंगलुरु हवाई सेवा का फ्लैग ऑफ किया
  • पीएम सूर्य घर योजना के तहत अब तक 42 हजार घरों को जोड़ा गया – सीएम धामी
  • संगठन की मजबूती से ही चुनावों के जीत राह आसान – आराधना मिश्रा
  • हाट के ग्रामीणों की समस्याओं का होगा प्राथमिकता से समाधान – डीएम संदीप तिवारी
  • पर्यवेक्षकों के कांग्रेस जिलाध्यक्ष चयन को छूट रहे पसीने
  • प्रसूता मौत मामले की मजिस्ट्रेटी जांच
  • एसडीएम ने किया दवा दुकानों का औचक निरीक्षण
liveskgnews

सेमन्या कण्वघाटी हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र – www.liveskgnews.com

Follow Us

  • Advertise with us
  • Contact Us
  • Donate
  • Ourteam
  • About Us
  • E-Paper
  • Video

© 2017 Maintained By liveskgnews.

No Result
View All Result
  • होम
  • उत्तराखण्ड
  • उत्तरप्रदेश
  • राष्ट्रीय
  • धर्म
  • रोजगार न्यूज़
  • रोचक
  • विशेष
  • साक्षात्कार
  • सम्पादकीय
  • चुनाव
  • मनोरंजन
  • ऑटो-गैजेट्स

© 2017 Maintained By liveskgnews.