उत्तरकाशी : यमुनोत्री विधानसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित होने के बाद दीपक बिजल्वाण ने डोर-टू-डोर प्रचार शुरू कर दिया है। दीपक बिजल्वाण के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता भी जुट गए हैं। यमुनोत्री सीट पर टिकट को लेकर संजय डोभाल भी दावेदारी कर रहे थे। लेकिन, पार्टी ने दीपक बिजल्वाण को टिकट दिया। दीपक बिजल्वाण को टिकट मिलने के बाद यमुना घाटी से लेकर गंगा घाटी तक में कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल रहा। दीपक बिजल्वाण ने सबसे पहले अपने मूल गांव पुरोला के पोरा पहुंच कर ईष्ट देवता का आशीर्वाद लिया और फिर बड़कोट से अपने चुनाव अभियान की शुरूआत की। हालांकि, टीम दीपक पहले से ही लगातार काम में जुटी हुई है।
दीपक बिजल्वाण ने कांग्रेस आलाकमार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व सीएम हरीश रावत को उन पर भरोसा करने के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि उपर जो भरोसा किया गया है, उस पर खतरा उतरने का प्रयास करेंगे। दीपक बिजल्वाण ने पौंटी गांव में जाकर मां भद्रकाली का भी आशीर्वाद लिया। साथ ही कुपडा गांव में नाग देवता के मंदिर में माथा टेका और फिर मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरशाली गांव में मां यमुना का आशीर्वाद लिया। दीपक बिजल्वाण ने कहा कि टिकट की उम्मीद सभी करते हैं, लेकिन मिलता किसी एक को ही है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को मना लिया जाएगा। नाराजगी जैसी कोई बात नहीं हैं। साथ ही कहा कि कांग्रेस विचारधारा को मानने वाले लोग कभी पार्टी से नाराज नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि मिलकर इस चुनाव को भारी जन समर्थन के साथ जीतने जा रहे हैं।
दीपक बिजल्वाण ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कहा कि उनको भाजपा सरकार ने ही क्लीन चिट दी थी। उन्होंने कहा कि अगर कोई साबित कर दे कि दीपक बिजल्वाण की कोई भूमिका है, तो वे सजा भुगतने को तैयार है। उन्होंने सरकार पर भी सवाल उठाए। कहा कि उनको राजनीतिक प्रद्वद्विंता के चलते फंसाया गया है। यही सरकार है, जिसकी जांच में निर्दोष बताया गया। इसी सरकार ने कोर्ट में बाकायदा एफिडेबिड लिखकर दिया है कि दीपक बिजल्वाण की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पिछले 5 सालों से राज्य के कर्मचारियों, बेरोजगारों और आम नागरिकों के साथ जो छलावा किया। जनता जवाब आने वाली 14 फरवरी को जनता देने जा रही है। दीपक बिजल्वाण ने नगरपालिका परिषद बड़कोट में लोगों से जनसंपर्क किया। इस दौरान पालिका अध्यक्ष अनुपंमा रावत , डॉ. कपिल देव रावत, गुरुदेव रावत, रविन्द्र रावत, कुलदीप जयाड़ा, सोवत राणा, सूर्यपाल नेगी, प्रदीप गैरोला, विजयपाल रावत, जगमोहन चौहान, उदय राणा, रोहित रावत, महावीर पंवार, विपिन चौहान समेत अन्य मौजूद रहे।