देहरादून: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में कथित वीआईपी की भूमिका को लेकर राजनीतिक तापमान फिर बढ़ गया है। कांग्रेस महानगर देहरादून के आह्वान पर आज शहर के सभी 100 वार्डों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश एवं केंद्र सरकार के पुतले जलाए और वीआईपी की गिरफ्तारी तथा मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना तथा महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने हिस्सा लिया। कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए कहा, “अंकिता की हत्या के पीछे वीआईपी है, जब तक उसे सजा नहीं मिलेगी, आंदोलन जारी रहेगा।”
सूर्यकांत धस्माना ने मांजरा, श्रीदेव सुमन नगर और यमुना कॉलोनी चौक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध चरम पर हैं। अंकिता मामले में एसआईटी की जांच अधूरी रही, महत्वपूर्ण सबूत नष्ट किए गए। अब पूर्व विधायक की पत्नी द्वारा वीआईपी का नाम खुलासे के बाद भी भाजपा उसे बचाने में जुटी है।
महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि असली गुनहगार वीआईपी है, जिसे सरकार और भाजपा बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम इस मामले में शामिल हैं। गोगी ने चेतावनी दी कि कांग्रेस गली-मोहल्ले स्तर पर न्याय यात्रा निकालेगी और सीबीआई जांच करवाकर रहेगी।
प्रदर्शन विभिन्न वार्डों में आयोजित हुए। मांजरा वार्ड में जाहिद अंसारी के नेतृत्व में शिमला चौक तक जुलूस निकला। यमुना कॉलोनी में दिनेश कौशल के संयोजकत्व में केंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया। श्रीदेव सुमन नगर में संगीता गुप्ता, बल्लूपुर में कोमल वोहरा, पंडितवाड़ी में अभिषेक तिवारी, द्रोणपुरी में राजेश पुंडीर व संजय भारती, रेस कोर्स में वीरेंद्र बिष्ट, डीएल रोड में करण घाघट, आईएसबीटी-मोहब्बेवाला में रमेश कुमार मंगू तथा अन्य वार्डों में भी पुतले जलाए गए।
प्रदर्शन में हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें दिनेश कौशल, जाहिद अंसारी, अर्जुन सोनकर, संगीता गुप्ता, कोमल वोहरा, सुशांत वोहरा, सागर लाम्बा, मुकीम अहमद, आयुष गुप्ता, मोनिका, निखिल कुमार, वीरेंद्र बिष्ट, गगन छाछर, आदर्श सूद, अनिल क्षेत्री, पूर्ण सिंह रावत, राजकुमार जायसवाल, पुनीत चौधरी, प्रमोद गुप्ता, अनुराग गुप्ता, रितेश छत्री, नानक चंद, अनीस अंसारी, संजय भारती, अल्ताफ अहमद आदि प्रमुख थे।
यह प्रदर्शन अंकिता हत्याकांड में नए मोड़ के बाद हुआ, जहां वायरल वीडियो में कथित वीआईपी का जिक्र आया है। कांग्रेस ने सीबीआई जांच या सुप्रीम कोर्ट/हाई कोर्ट के सिटिंग जज से निगरानी की मांग की है। भाजपा ने इन आरोपों को साजिश करार दिया है।


