गोपेश्वर (चमोली)। सती शिरोमणि माता अनसूया देवी मेले के दौरान 275 बरोहियों ने अखंड जागरण कर संतान प्राप्ति की मनौती मांगी।चमोली जिले के अनसूया आश्रम में आयोजित अनसूया मेले (दत्तात्रेय जन्म जयंती) के मौके पर संतान प्राप्ति के लिए गए 275 दंपत्तियों ने बरोही के रूप में रातभर अखंड जागरण कर संतान प्राप्ति की कामना की। भौर होते ही सभी दंपत्ति मंदिर परिसर से उठ कर स्नान आदि करने के पश्चात फिर अनसूया देवी मंदिर में पहुंचे और पूजा अर्चना करना सुफल की कामना की।
इससे पूर्व रात को लोकगायक किशन महिपाल के गीतों पर श्रद्धालु जमकर झुमते रहे। अनसूया देवी पर आधारित गीत का श्रद्धालु इस कदर अभिभूत हुए कि हर एक उनके गानों पर नाच गा कर जयकारे लगाते रहे। इस अवसर पर बच्चों से लेकर बुढों तक और महिलाओं ने कार्यक्रम में शिरकत कर अनसूया मेले की महत्ता का जयकार किया। अन्य सांस्कृतिक दलों ने भी लोगों को गीत संगीत के जरिए उमंग और उल्लास भरा। भोटिया जनजाति की महिलाओं के लोकगीत भी आकर्षण का केंद्र बने रहे। गुरूवार प्रातः लोगों ने बड़ी संख्या में मदिर पहुंच कर मां अनसूया देवी की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद मांगा। इसके चलते मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ जुटी रही। तमाम श्रद्धालु अत्रिमुनि आश्रम स्थित जलप्रपात का दीदार करने भी पहुंचे। जलप्रपात को देख श्रद्धालु अभिभूत हो उठे। कपितय श्रद्धालुओं ने अत्रि कुंड में डुबकी लगाकर स्नान के जरिए पुण्य लाभ अर्जित किया।
दोपहर बाद सभी 6 डोलियां अनसूया आश्रम से अपने-अपने स्थानों को रवाना हुई। अनसूया गेट पहुंचने पर सभी देव डोलियों ने एक दूसरे को भावपूर्ण माहौल में विदा किया। इस अवसर कई लोगों की आंखे छलछला उठी। बताते चले कि बुधवार को देर रात तक श्रद्धालु माता अनसूया के दर्शनों को अनसूया आश्रम जाते रहे। दर्शनों के उपरांत लोग वापस भी लौटते रहे। गुरूवार को दोपहर बाद सभी श्रद्धालु देव डोलियों संग वापस लौट आए। इसके चलते अनसूया गेट पर खासी चहल पहल देखने को मिली। पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। इसके चलते कहीं भी किसी तरह की हुडदंग देखने को नहीं मिली। इस तरह दो दिवसीय अनसूया देवी मेले का समापन भी हो गया है।


