नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी बजट एयरलाइन इंडिगो लगातार ऑपरेशनल चुनौतियों से जूझ रही है। गुरुवार (4 दिसंबर 2025) को तीसरे दिन भी दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु समेत प्रमुख हवाई अड्डों पर दर्जनों उड़ानें रद्द होने की खबरें हैं। इससे पहले मंगलवार और बुधवार को 200 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रमुख हवाई अड्डों पर रद्द उड़ानों का आंकड़ा
- दिल्ली: 30-38 उड़ानें रद्द, लंबी कतारें और यात्रियों में गुस्सा।
- हैदराबाद: 19-33 उड़ानें प्रभावित, आगमन-प्रस्थान दोनों।
- मुंबई: 32-33 उड़ानें रद्द, कुछ में 12 घंटे तक देरी।
- बेंगलुरु: 42 उड़ानें रद्द, टिकटिंग काउंटर पर अफरा-तफरी।
सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को पूरे देश में करीब 170 उड़ानें रद्द हुईं। इंडिगो प्रतिदिन 2,300 से अधिक उड़ानें संचालित करती है, लेकिन पिछले तीन दिनों का यह संकट उसकी ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है—मंगलवार को मात्र 35% उड़ानें समय पर रवाना हुईं।
क्रू शॉर्टेज और FDTL नियम
एयरलाइन ने आधिकारिक बयान में तकनीकी खराबी, सर्दी के मौसम से शेड्यूल बदलाव, खराब मौसम, एयरपोर्ट पर भीड़ और फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) को जिम्मेदार ठहराया है। लेकिन विशेषज्ञों और पायलट यूनियनों का कहना है कि असली समस्या पायलट व क्रू की कमी है। नवंबर 2025 से लागू सख्त FDTL नियमों (जो पायलट थकान रोकने के लिए हैं) ने स्थिति बिगाड़ दी। DGCA के अनुसार, नवंबर में ही इंडिगो ने 1,232 उड़ानें रद्द कीं, जिनमें 755 क्रू/FDTL कारणों से।
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने इंडिगो की ‘लीन मैनपावर स्ट्रैटेजी’ और पायलट वेतन फ्रीज पर सवाल उठाए हैं, जो अन्य एयरलाइंस में नहीं दिखा। दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश पर ये नियम लागू हुए, लेकिन इंडिगो की प्लानिंग में चूक से संकट गहराया।
इंडिगो की सफाई और माफी
बुधवार के बयान में इंडिगो ने कहा, “अनपेक्षित चुनौतियों से हमारे ऑपरेशंस प्रभावित हुए। हमने शेड्यूल में बदलाव शुरू कर दिए हैं, जो अगले 48 घंटों तक जारी रहेंगे। इससे सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी।” कंपनी ने यात्रियों से माफी मांगी और वैकल्पिक उड़ानें या रिफंड का आश्वासन दिया। यात्रियों को सलाह दी गई है कि एयरपोर्ट जाने से पहले https://www.goindigo.in/check-flight-status.html पर स्टेटस चेक करें।
DGCA की जांच और यात्रियों की परेशानी
DGCA ने इंडिगो से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और भविष्य की योजना पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर यात्री गुस्से से भरे हैं—देरी, रिफंड में टालमटोल और स्टाफ की अनदेखी की शिकायतें आम हैं। एक यात्री ने लिखा, “4 घंटे इंतजार के बाद भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं।” किराए भी बढ़ गए हैं।
यात्रियों से अपील: प्रभावित लोगों को रिफंड या रीशेड्यूलिंग के लिए इंडिगो ऐप/वेबसाइट का इस्तेमाल करें। DGCA नियमों के तहत रद्द उड़ान पर पूरा किराया लौटना चाहिए। यह संकट भारतीय विमानन उद्योग की चुनौतियों को उजागर करता है।


