गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में भालुओं के बाद अब गुलदार की मौजूदगी ने लोगों को और अधिक दहशत में डाल दिया है। बीते जोर जिला मुख्यालय गोपेश्वर के लीसा बैंड के बाद जहां पर कुछ दिनों पूर्व तीन भालु दिखाई दिए थे उसी स्थान पर गुलदार विचरण करता हुआ नजर आया है। इससे लोगों में और अधिक दहशत पैदा हो गई है। लीसा बैंड के पास ही केंद्रीय विद्यालय भी है जहां पर सैंकडों बच्चे अध्ययनरत है। ऐसे में अभिभावक अपने पाल्यों की सुरक्षा को लेकर चिंतित नजर आ रहे है। भालुओं के बाद गुलदार की मौजूदगी ने लोगों को और अधिक परेशान कर दिया है। शहर के बीचो-बीच वाले लीसा बैंड क्षेत्र में भालू और गुलदार का दिखाई देना नगरवासियों के जीवन पर संकट खड़ा कर देने वाला है। इस मार्ग पर सेना में नौकरी का सपना संजोये बेरोजगार युवा भी सुबह और सांय काल के समय दौड़ लगाते हुए नजर आते है। ऐसे में अब शारीरिक परीक्षा की तैयारी में जुटे युवा भी डरे सहमें हुए हैं।
नगर क्षेत्र में भालुओं और गुलदार का विचरण करने से लोगों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है। स्थानीय लोग पहले भालुओं के विचरण के कारण सुबह और सांय घरों से निकलने से कतरा रहे थे। अब गुलदार की मौजूदगी ने लोगों को और भी डरा दिया है। स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से उनके जीवन को सुरक्षित बनाए रखने के लिए गुलदार और भालुओं को पकड़ने अथवा मारने की गुहार लगाई है। अब देखना होगा कि सरकार वन्य जीवों के आंतक को आपदा की तर्ज पर गंभीरता से लेने मे कितना समय लगाएगी इस पर वन्य जीवों की दहशत के साए मे जी रहे डरे सहमे पहाड़ वासियों की निगाहें टिकी हैं।

