जोशीमठ / चमोली (महादीप पंवार): चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के थैंग गांव में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन की ओर से करवाई जा रही घेरबाड़ पर स्थानीय लोगों ने पार्क प्रशासन पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि पार्क की ओर से गांव में वनीकरण के लिये चयनित भूमि की घेरबाड़ में जहां ठेकेदार की ओर से मिट्टी के ढेलों से सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है। लेकिन पार्क प्रशासन के अधिकारी मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। जिससे यहां बड़े पैमान पर सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है।
बता दें कि नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन की ओर से से थैंग ग्राम पंचायत के कांडाखोला और सनकोठी तोक में वनीकरण के लिये 10-10 हेक्टयर भूमि चयनित की गई है। जहां वनीकरण क्षेत्र की सुरक्षा के लिये पार्क की ओर से 10-10 लाख रुपये की लागत से सुरक्षा दीवार का निर्माण करवाया जा रहा है। दीवार का निर्माण वनीकरण वाले क्षेत्र में मवेशियों और जानवरों की पहुंच को रोकने की मंशा से करवाया जा रहा है। लेकिन निर्माण कार्य में ठेकेदार की ओर से यहां नाममात्र के पत्थरों के साथ मिट्टी के ढेले लगाये जा रहे हैं। जिससे सुरक्षा दीवार की मजबूती का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। स्थानीय निवासी जीतेंद्र नेगी और मोहन नेगी का कहना है कि जहां ठेकेदार की ओर से मनमाने तरीके से सुरक्षा दीवार के निर्माण में धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। वहीं मामले में पार्क प्रशासन के आधिकारी भी लापरवाह बने हुए हैं। साथ ही ग्रामीणों ने पौधों के रोपण के किये तैयार गढडों को बनाने में भी मानकों की अनेदखी की बात कही है।
क्या कहते है अधिकारी
थैंग गांव के कांडाखोला और सनकोठी में वनीकरण क्षेत्र में बन रही सुरक्षा दीवार के निर्माण को लेकर ग्रामीणों की ओर शिकायत की गई है। जिसे देखते हुए निर्माण कार्य की जांच की योजना तैयार की जा रही है। यदि निर्माण कार्य मानकों के अनुरुप नहीं किया गया है, तो ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगाते हुए नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
धीरेश चंद्र बिष्ट, वन क्षेत्राधिकारी, नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क, जोशीमठ।
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