कोटद्वार । उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने वर्ष 2001 के पश्चात विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त प्राथमिक शिक्षकों को पदोन्नति प्रक्रिया में सम्मलित न किये जाने पर रोष जताया है। यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में संघ के जिला मंत्री दीपक नेगी ने कहा है कि शिक्षा विभाग का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से विशिष्ट बीटीसी को मान्यता न मिलने के कारण 2001 के पश्चात विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त प्राथमिक शिक्षकों को पदोन्नति प्रक्रिया में सम्मलित नहीं किया जा रहा है। कहा कि प्रदेश में ऐसे 16000 शिक्षक हैं जिन्होंने विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण शासनादेश के अनुसार ही लिया है। ऐसे में पाठ्यक्रम की मान्यता की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की थीए ना की शिक्षकों थी।
कहा कि राज्य सभा में विशिष्ट बीटीसी को मान्यता देने का संसोधन बिल पास हो चुका है और इसकी अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। लेकिन प्रदेश सरकार के लापवाह रवैये के कारण 16000 शिक्षकों की नौकरी व पदोन्नति खतरे में पड़ गई है। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त प्राथमिक शिक्षकों को वर्तमान में चली पदोन्नति का लाभ नहीं दिया गया तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे।
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