चमोली : जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मंगलवार को जिला योजना में पर्यटन विभाग के अंतर्गत प्रस्तावित एवं संचालित कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। जिसमें उन्होंने पर्यटन विकास हेतु जिले में ठोस योजनाओं पर कार्य करने के निर्देश पर्यटन विभाग को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि शीतकाल में चारों धाम के कपाट बंद होने के बाद उर्गम-कल्पेश्वर धाम में पर्यटन और तीर्थाटन की अपार संभावनाएं है। उगर्म तक सड़क मार्ग और कल्पेश्वर धाम की पैदल दूरी बहुत कम होने के कारण यहां पर पर्यटक एवं तीर्थयात्री आसानी से पहुंचते है। उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारी को उर्गम क्षेत्र में स्थित पर्यटक स्थलों और आसपास क्षेत्र में पर्यटन सुविधाएं विकसित करने के लिए ठोस योजना के तहत कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही बृद्वबद्री धाम में अवस्थापना विकास कार्यो के लिए भी आंगणन तैयार करते हुए अवस्थापना विकास कार्यो को शीघ्र शुरू करने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिला योजना में प्रस्तावित रैन सेंल्टर, व्यू प्वाइंट एवं इको पार्क निर्माण कार्यो हेतु भूमि का खसरा, खाता खतौनी की जांच के साथ ही भूमि का सत्यापन अवश्य की जाए। वन क्षेत्र के अंतर्गत प्रस्तावित कार्यों को वन विभाग के माध्यम से कराया जाए। रास्ता और स्थल सुधारीकरण कार्य को पर्यटन विभाग के बजाय मनरेगा से कराया जाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग के अंतर्गत संचालित सभी कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
जिला पर्यटन अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2024-25 में जिला योजना के अंतर्गत 101 योजनाएं प्रस्तावित है। जिसमें लघु सिंचाई, सिंचाई, गढ़वाल मंडल विकास निगम और ग्रामीण निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी बृजेन्द्र पांडेय, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी विनय जोशी, ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अला दिया, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता धीरज कुमार सैनी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।