STF एवं साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड की देशभर में धरपकड़ जारी
विदेशी महिला बन भारत में व्यापार एवं शादी का झांसा देकर 17 लाख की धोखाधड़ी में 01 नाईजीरियन व 01 महिला सहित कुल 03 अभियुक्त पुणे महाराष्ट्र से गिरफ्तार
वर्ष 2021 में एसटीएफ द्वारा ठोस कार्यवाही करते हुये 03 नाईजीरियन व 01 कैमरुन विदेशी मूल के अन्तर्राष्ट्रीय साईबर ठगों को पकड़ा
देहरादून : वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है । इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा आम जनता को “मैट्रोमोनियल साइट पर विदेशी बन शादी का झांसा व व्यापार के नाम पर धोखाधड़ी” करने की शिकायते प्राप्त हो रही थी ।
इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था जिसमें श्री सुनील निवासी प्रकाश नगर देहरादून के साथ इसी प्रकार की घटना घटित हुयी थी जिसमें शिकायतकर्ता को “ BHARAT MATRIMONY SITE” के माध्यम से एक विदेशी महिला का विवाह का प्रस्ताव आया, जिसके साथ वॉट्सअप एवं ई0मेल के माध्मय से वार्ता होने लगी तथा उनके मध्य विवाह की सहमति बनी तथा महिला द्वारा लॉकडाउन के कारण भारत आने मे असमर्थता जतायी गयी । इसी मध्य उक्त विदेशी महिला द्वारा शिकायतकर्ता को भारत में Aquadin Herbal Oil (केसर युक्त ऑयल जो कि जानवरों के ताकत की दवाईयों में प्रयोग हेतु) का व्यापार कर भारी मुनाफा कमाने की बात कही गयी । इसके उपरान्त उक्त महिला द्वारा वरली (मुम्बई) स्थित व्यापारी एवं स्वयं की कम्पनी से शिकायतकर्ता का ई-मेल एवं फोन से सम्पर्क कराया गया । शिकायकर्ता द्वारा उनकी बातो में आकर मुम्बई स्थित व्यापारी से सम्पर्क कर Aquadin Herbal Oil खऱीदने हेतु विभिन्न किस्तो में कुल 17,10,000/- (सतरह लाख दस हजार) उनके बताये गये खातो में जमा कराकर धोखाधड़ी की गयी। वादी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 16/21 पंजीकृत किया गया ।
प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये प्रकरण के अनावरण, अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु निरीक्षक विकास भारद्वाज के नेतृत्व में टीम गठित की गयी । अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुये घटना में प्रयुक्त मोबाईल, ई-वालेट तथा बैंक खातों के बारे में जानकारी की गयी व एक पुलिस टीम तत्काल दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र राज्य रवाना की गयी । अभियुक्त शातिर किस्म के थे उनको तलाश करना मुश्किल होने पर एसटीएफ से महिला उपनिरीक्षक निर्मल भट्ट को नाईजीरियन महिला मित्र से जान पहचान व तलाश हेतु भेजा गया। Digital Footprints व काफी Analysis के बाद अभियुक्तों को Kingstone Serien pune स्थित Flat में रहना Trace किया गया। पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास से 20 सितम्बर 2021 को पुणे महाराष्ट से गिरोह के सरगना नाईजीरियन अभियुक्त सहित 01 महिला को Kingstone Serien pune स्थित Flat से व एक अन्य पुरुष अभियुक्त को उन्दारी चौक पूणे से गिरफ्तार किया गया, जिसका स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त कर देहरादून लाया गया ।
अभियुक्तगणों से पूछताछ पर यह तथ्य प्रकाश में आये कि उनके सहयोगी जो फेस बुक, मैट्रोमोनियल साइट एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से विदेशी महिला बनकर विभिन्न लोगों को दोस्ती, विवाह,विदेश से व्यापार कर भारी मुनाफा कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी करते हैं। अभियुक्त से पूछताछ में कई अहम सुराग प्रकाश में आये हैं। जिसमें निकट भविष्य में अन्य गिरोहों का भी भण्डाफोड़ हो सकता है। अभियुक्त द्वारा भारत वर्ष में कई अन्य लोगों को भी धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया है।
अभियुक्तो से पूछताछ में यह तथ्य भी प्रकाश में आये कि महिला अभियुक्त Swarnlata पूर्व में अबु-धाबी दुबई मे मोटर पार्ट कम्पनी में काम करती थी जहाँ उसको उस काम के 4000 दरम (दुबई मुद्रा) 80-90 हजार रुपये(भारतीय मुद्रा) मिलते थे। उक्त महिला अभियुक्त की मुलाकात नाईजीरियन अभियुक्त से वर्ष 2013 में जो कि मेडिकल वीजा पर दिल्ली आया था। जिसके उपरान्त दोनो लिव इन रिलेशन में रहने लगें। वीजा की वैद्यता समाप्त होने पर उक्त नाईजीरियन अभियुक्त उक्त महिला के साथ अलग-अलग स्थानों पर छिप कर रहने लगा। महिला अभियुक्त द्वारा Covid के कारण वापस भारत आकर अपने विदेशी नाईजीरियन मित्र के साथ मुम्बई/पुणे में किराये पर रहने लगी, एवं अन्य भारतीय मित्रो के साथ मिलकर विभिन्न राज्यो के व्यक्तियों को Herbal Oil का Online बिजनेस करने के नाम पर उनसे विभिन्न बैंक खातो में धनराशि प्राप्त करने की योजना बनायी जिस कार्य हेतु उनके द्वारा विभिन्न व्यक्तियों व स्वयं के नाम से मोबाईल सिम खरीदे गये व मुम्बई स्थित विभिन्न बैंक शाखाओं में खाते खुलवाये गये। हर्बल आयल बेचने के नाम पर धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि मे सबका कमीशन पहले से ही तय था ।
इस धोखाधड़ी में अभियुक्त रमेश जिसकी पूणे में OM COMMUNICATION नाम से मोबाईल की दुकान है, उक्त अभियुक्त का महिला अभियुक्ता से सम्पर्क होने पर लालच में आकर फर्जी आईडी पर कई सिमकार्डों को प्रिएक्टिवेट कर अपने सह अभियुक्तो को प्रदान करता था, जो कि अब तक विभिन्न कम्पनियों के कई सिम उपलब्ध करा चुका था जिसके लिये उसे कमिशन मिलता था ।
अपराध का तरीका
अभियुक्तगण फेसबुक, मैट्रोमोनियल साइट एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से विदेशी महिला बनकर पर विदेशी बनकर दोस्ती/विवाह का प्रस्ताव भेजते है व उन्हे अपनी बातो के झांसे में लेकर भारत में हर्बल सामग्री एवं अन्य सामान खरीद कर उन्हे अधिक कीमत में विदेशी कम्पनियों को बेचकर भारी मुनाफा कमाने का लालच देकर जाल में फंसाते है, तथा उक्त हर्बल सामग्री/ अन्य सामान खरीदने हेतु विभिन्न बैंक खातो में धनराशि प्राप्त कर धोखाधड़ी करते है । जिस कार्य हेतु फर्जी आई0डी0 पर सिम प्राप्त कर उक्त सिमो पर मर्चेन्ट/ई-वॉलेट खोलकर उनसे बैक खातो को लिंक करवाकर लोगो से फ्रॉड करते है ।
गिरफ्तार अभियुक्त
- Swaranlata Barnabas Minz D/O Barnabas Minz R/O Flat no-602 Kingstone Serien, handiwadi, pune, Maharashtra. ( Originally of Jharkhand)
- Nwaokoro Chike Stanley R/O Flat no-602 Kingstone Serien, handiwadi, pune, Maharashtra.
- Ramesh S/O Ghevar Ram R/O Jodhpur Rajashtan At present Flat no 07 C/O Bharti Lovdari Chowk Near PNB Bank Bharti Society Kondwa Pune Maharashtra.
बरामदगी
- मोबाइल फोन- 10 (घटना में प्रयुक्त)
- 18 एक्टिव सिम कार्ड (विभिन्न कम्पनियों के फर्जी आईडी मे प्राप्त)
- 58 सिम कार्ड (विभिन्न कम्पनियो के)
- लैपटॉप- 01 (Lenovo)
- आधार कार्ड 08 (अभियुक्त एवं अन्य व्यक्तियो के)
- पासपोर्ट -03 (01 पासपोर्ट नाईजीरियन अभियुक्त व 02 महिला अभियुक्त का)
- चैकबुक – 14 (अपराध में प्रयुक्त बैंक खातो से सम्बन्धित )
- पासबुक – 01
- नैट सैटर वाई फाई-02 (इन्टरनेट प्रयोग हेतु)
- वाई फाई रूटर – (इन्टरनेट प्रयोग हेतु)
पुलिस टीम
- निरीक्षक विकास भारद्वाज
- उपनिरीक्षक निर्मल भट्ट
- उपनिरीक्षक हिम्मत सिंह
- हे.का.प्रो. सुनील भट्ट
- कानि. मनोज बेनीवाल
- Technical Team/ एसटीएफ
प्रभारी एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि वे फेसबुक/अन्य सोशल साइट्स पर अंजान व्यक्ति/महिला से दोस्ती का प्रस्ताव स्वीकार न करने और किसी भी प्रकार के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। । किसी भी प्रकार के लक्की ड्रॉ, डिस्काउन्ट, लॉटरी, पॉलिसी में बोनस के प्रलोभन में न आयें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें ।