श्रीनगर (पौड़ी) : यह खबर राज्य के हजारों विद्यार्थियों से जुड़ी है। ये खबर उनको परेशान कर सकती है, जिनका सपना अपने पंसदीदा कॉलेज में पढ़ने के साथ ही केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल करना है। हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने डीएवी पीजी कॉलेज समेत राज्य के 10 डिग्री कॉलेजों की संबद्धता खत्म कर दी है। यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब कॉलेजों में नए एडमिशन की तैयारियां चल रही हैं। विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की बैठक में केंद्र से फैसला होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। जिसकी सूचना केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और राज्य सरकार को भेज दी गई है। हालांकि, राहत की बात यह यहै कि पुराने छात्र अभी विश्वविद्यालय का हिस्सा बने रहेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लंबे समय से इन अशासकीय डिग्री कॉलेजों को गढ़वाल विवि से असंबद्ध करने की कवायद चल रही थी। पिछले दिनों राज्य सरकार ने ये कहते हुए वेतन देने से इन्कार कर दिया था कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कॉलेजों को वह अनुदान क्यों दें? इस मामले में भाजपा नेता और राज्य आंदोलनकारी रविंद्र जुगरान ने याचिका भी दायर की थी, जिस पर हाईकोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार को निर्णय लेने को कहा था। दोनों ने इस मसले पर बातचीत की और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एक पत्र गढ़वाल विवि को भेजकर पूछा था कि इन कॉलेजों को कब से असंबद्ध कर सकते हैं। मामले में कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की अध्यक्षता में हुई परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया, जिसके मिनट्स विवि ने जारी किए हैं।
कार्यकारी परिषद की बैठक में तय किया गया कि सत्र 2023-24 से ही सभी 10 कॉलेज विवि से असंबद्ध होंगे। इन कॉलेजों को विवि ने एक जुलाई 2012 से 30 जून 2023 तक संबद्धता दी हुई थी। इसकी जानकारी राज्य व केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पत्र से भेज दी गई है, ताकि वह अपने स्तर से आगे की कार्रवाई कर सकें। कार्यकारी परिषद ने ये भी निर्णय लिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपने सभी संबद्ध और असंबद्ध कॉलेजों की सूचना वेबसाइट पर जारी करेगा। इन 10 कॉलेजों में जो छात्र पहले से पढ़ रहे हैं, वे विश्वविद्यालय से ही परीक्षाएं देकर डिग्री लेंगे। प्रथम सेमेस्टर के दाखिले गढ़वाल विवि में मान्य नहीं होंगे।
अब सवाल उठ रहा कि गढ़वाल विवि से नाता टूटने के बाद ये 10 डिएफिलेटेड कॉलेज कहां जाएंगे। नए सत्र के एडमिशन की तैयारियां चल रही हैं। कॉलेजों को पता ही नहीं है कि वह किस विश्वविद्यालय के लिए दाखिले करेंगे। फिलहाल उनके पास केवल श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि से संबद्धता का ही विकल्प है। यह समस्या केवल डिग्री कॉलेजों के सामने ही नहीं, बल्कि छात्रों के सामने भी है कि जब तक फैसला नहीं हो जाता, तब एडमिशन के लिए इंतजार करना होगा।
इनकी संबद्धता समाप्त
- DAV PG कॉलेज, देहरादून.
- DBS PG कॉलेज, देहरादून.
- SGRR PG कॉलेज, देहरादून.
- MKP PG कॉलेज, देहरादून.
- DWT कॉलेज, देहरादून.
- MPG PG कॉलेज, मसूरी.
- महिला विद्यालय डिग्री कॉलेज, सतीकुंड, कनखल, हरिद्वार.
- चिन्मय डिग्री कॉलेज, बीएचईएल, रानीपुर, हरिद्वार.
- BSM कॉलेज, रुड़की, हरिद्वार.
- राठ महाविद्यालय, पैठाणी, पौड़ी.