posted on : मार्च 22, 2023 5:26 अपराह्न
देहरादून : जैसा की विदित है चार धाम यात्रा में पिछले वर्ष लगभग 4592915 लोग यात्रा पर आए थे इस वर्ष इससे भी अधिक यात्रियों के आने की संभावना है l ऋषिकेश क्षेत्र इस यात्रा का एक अहम पड़ाव है जहां पर यातायात के दृष्टिगत चार धाम यात्रा का अत्यधिक दबाव रहता है जिसके लिए पुलिस मुख्यालय स्तर से पूर्व में ही ऋषिकेश ट्रेफिक सर्किल का गठन किया गया है वर्तमान में ऋषिकेश ट्रेफिक सर्किल के नोडल ऑफिसर के रूप में पुलिस अधीक्षक कमलेश उपाध्याय को नियुक्त किया गया है एवं ऋषिकेश सर्किल सुरेंद्र प्रसाद बलूनी को सुपरवाइज करेंगेl पुलिस महानिरीक्षक/ निदेशक यातायात उत्तराखंड मुख्तार मोहसीन द्वारा आगामी चार धाम यात्रा में ऋषिकेश ट्रेफिक सर्किल में बेहतर यातायात संचालन के लिए 21 मार्च 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोष्ठी आयोजित की गई l
इस गोष्ठी में निम्न निर्देश दिए गए
- ऋषिकेश क्षेत्र के लिए यातायात संचालन को बेहतर करने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप “Rishikesh Traffic circle” बनाया गया हैl जिसमें ऋषिकेश की यातायात संबंधी सभी सूचनाओं का तत्काल आदान प्रदान किया जाएगाl
- चीला सड़क मार्ग को यात्रियों के वाहन के लिए आउटगोइंग के रूप में प्रयोग किया जाएगा l
- पशुलोक बैराज से जिला के मध्य एक सभी साथियों को चार्ज पर रखकर उक्त मार्ग का यातायात व्यवस्था का संचालन कराया जाएगाl
- हिलटॉप पॉइंट जो कि काफी संकीर्ण है जिस कारण से यहां पर जाम की स्थिति बनी रहती है इसलिए उस स्थान पर हैंडसेट के साथ एक यातायात कर्मी की ड्यूटी लगाई जाएगीl
- शिवपुरी में राफ्टिंग के लिए जाने वाले वाहनों के लिए आने व जाने के लिए अलग निर्धारित मार्गो का चयन कर यातायात संचालन को बेहतर तरीके से लागू कराया जाए l
- ऋषिकेश में चार धाम यात्रा मार्ग में कहीं पर भी अगर अतिक्रमण हो रहा है तो उस पर तत्काल कार्रवाई कराई जाए और चार धाम यात्रा के लिए सड़क मार्ग को खुलवाया जाएl
- पहाड़ों से ऋषिकेश की तरफ आने वाले भारी वाहनों को 6:00 से 9:00 बजे तक व्यासी में खड़ा कराया जाएl
- श्यामपुर रेलवे फाटक चार धाम यात्रा में एक चैलेंजिंग के रूप में उभर कर आया है क्योंकि यहां पर प्रतिदिन 1:00 बजे तक 15 से 16 ट्रेनों का आवागमन होता है जिस दौरान जाम की स्थिति से बचने के लिए यात्रियों के वाहन को नेपाली फार्म से लाल तप्पड़ की तरफ को भेजा जाए और 1:00 बजे के बाद जब ट्रेन के आने-जाने का दबाव कम हो जाएगा तब इसके लिए लोकल लेवल से निर्णय लेकर यातायात को बेहतर तरीके से संचालन करने का प्रयास करें ताकि चार धाम यात्रा में आने वाले वाहनों को अत्यधिक देर तक जाम में ना फंसना पड़ेl

