posted on : मार्च 13, 2023 4:38 अपराह्न
रिखणीखाल । रिखणीखाल प्रखंड के ग्राम सभा भंगल्वाण एक पुस्तैनी पुराना बसा गाँव है।ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम सभा के पूरे घर घने जंगलों व झाड़ियों के बीच अवस्थित हैं। यहाँ पर पूरा गाँव 500 मीटर से 2 किलोमीटर दूर तक फैला हुआ है। जिसमें ग्राम सभा का कुछ भाग कांडेखाल ( शिल्पकार बस्ती) बसोटी, मौदाडी, ज्यूठनधार, खंसीला, कठवारा है।इन सभी तोको में बसागत है। यहाँ पर घने जंगलों व झाडियो के कारण जंगली जानवरों का खतरा बराबर बना रहता है। यहाँ के लोग शाम होते ही घरों में दुबक जाते हैं। रात्रि में बाहर आना, शौच आदि जाना जोखिम भरा काम है। रात में एक घर से दूसरे घर आवाज भी नहीं पहुँचती। ऐसी स्थिति में यहाँ के ग्रामीण कैसे जीवन यापन करते होगें यह रहस्य बना हुआ है। अब ग्रामीणों ने अपने लोकप्रिय जनप्रतिनिधियों, ब्लाक स्तर के अधिकारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों को पंजीकृत डाक से पत्र भेजकर गाँव में 70-80 स्ट्रीट लाइटें लगाने का अनुरोध किया है। जब रात में बिजली गुल हो जाती है तो पूरा गाँव अंधेरे में डूब जाता है। जिससे पूरे गाँव में सुनसान व सन्नाटा छा जाता है। अब ग्रामीणों ने सांसद गढ़वाल, विधायक लैंसडौन तथा अन्य अधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गाँव में पथ प्रकाश व्यवस्था करने की मांग की है। अब देखना यह है कि उनकी ये मांग कब पूरी होती है। यह तो कुछ दिनों बाद ही पता चल पाएगा ।


