रूडकी : छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा माता भक्ति, गुरु आज्ञा पालन, नारी सम्मान सर्वधर्म संभाव, सामाजिक समरसता, शुद्धिकरण, जागीरदारी प्रथा की समाप्ति कर प्रजातंत्र ,सत्ता का विकेंद्रीकरण , युद्ध नीति जन जागरण आज भी प्रासंगिक है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक नरेंद्र द्वारा हिंदू साम्राज्य दिवस पर सेल्फी विद भगवा के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रूड़की कार्यालय पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए संघ के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले छह उत्सव में हिंदू साम्राज्य दिवस का विशेष महत्व है छत्रपति शिवाजी महाराज ने जेष्ठ शुक्ल त्रयोदशी 16 74 मैं हिंदू पद पादशाही की स्थापना कर राज सिंहासन समर्थ गुरु रामदास को समर्पित किया गुरु की आज्ञा अनुसार शासन किया उनकी माता जीजाबाई बहुत चतुर और बुद्धिमानी थी उन्होंने हिंदू साम्राज्य स्थापना का लक्ष्य शिवाजी के मन में बचपन में ही रोप दिया था वह शिवाजी को माता तुला भवानी की मंदिर में लेकर जाती तथा मुगलों द्वारा समाज में बलात धर्मांतरण नारी के सतीत्व की रक्षा के लिए माता से प्रार्थना करती उन्होंने श्री कृष्ण के गुणों को शिवाजी में स्थापित करने का प्रयास किया. शिवाजी महाराज ने अपने जीवन काल में 376 लड़ाइयां जीती तथा बिना हारे जीत का विश्व रिकॉर्ड बनाया.
उन्होंने कहा की कोरोना महामारी के संकट काल में हिंदू साम्राज्य दिवस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 4 जून साए 5:00 बजे तथा 5 जून साए 6:00 बजे संघ के अखिल भारतीय अधिकारी मार्गदर्शन प्रदान करेंगे अधिक से अधिक संघ सेवकों को जोड़ने का प्रयत्न करें तथा पारिवारिक शाखाओं के माध्यम से योग, आसन खेल सूर्य नमस्कार सुभाषित, गण गीत करते रहे इस अवसर पर राजपाल नगर कार्यवाह ,नवीन जिला व्यवस्था प्रमुख संजय नगर प्रचार प्रमुख, कुलदीप, डॉ राजेश मौर्या, राहुल, आशीष, संदीप, सहदेव, नितिन, अनिरुद्ध, जिला प्रचार प्रमुख सहदेव सिंह पुंडीर आदि उपस्थित रहे.
Discussion about this post