सराहनीय कार्यः लाॅकडाउन में जरूरमंदों को बांट दी अपने खेत की सब्जियां
रतूड़ा के किसान राकेश रतूड़ी 70 नाली भूमि में करते हैं खेती किसानी
आस पास के एक दर्जन से अधिक गांवों के 150 ग्रामीणों की मदद की
कर्णप्रयाग (चमोली)। चमोली जिले कर्णप्रयाग विकास खंड के रतूड़ा ग्राम पंचायत के देवथापली गांव निवासी राकेश रतूड़ी ने खेत की पैदावार भी लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों में बांट दिया। राकेश रतूड़ी ने अपने खेतों में तैयार मौसमी सब्जियां लॉकडाउन के दौरान उन लोगों को निःशुल्क वितरित की। जो लोग बाजार नहीं जा पा रहे थे।
देवथापली के राकेश रतूड़ी के अनुसार वो अपनी 70 नाली करीब भूमि में खेती किसानी करते हैं। मौसमी सब्जियां और मौसमी फलों का उत्पादन कर हर माह करीब बीस से पच्चीस हजार तक कमाते हैं। लॉकडाउन के दौरान राकेश रतूड़ी के खेतों में हरी प्याज, पत्ता और फूल गोभी, बीनस सहित तमाम मौसमी सब्जियां थी। जिन्हें राकेश रतूड़ी ने बगोली, तल्ला कोल्सों, चमसैंण, स्वर्का, रतूड़ा, थापली, नौली और सिमली सहित आस पास के गांवों के करीब 150 से अधिक जरूरतमंदों को निःशुल्क वितरित की। सिमली के गोवर्धन प्रसाद डिमरी, कर्णप्रयाग के हरेंद्र सिंह आदि ने राकेश रतूड़ी की पहल की सराहना की है।
पारंपरिक बीजों के लिए उगा रहे हैं
आम तौर पर अमरूद, अंगूर, आम सहित अन्य फलों और सब्जियों की खेती करने वाले रतूड़ी ने इस बार पारंपरिक बीजों को सहेजने की पहल शुरू की है। राकेश रतूड़ी बताते हैं कि लाल एवं काली कौणी, धान, झंगोरा सहित अन्य पहाड़ी दलहनों को बोकर उनका बीज तैयार किया जाएगा।
राजनीति में सक्रियता छोड़ी, खेती किसानी अपनाई
राकेश रतूड़ी चार साल पहले तक भाजपा में सक्रिय थे। साथ ही राकेश रतूड़ी पूर्व सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी के करीबी माने जाते थे। लेकिन पिछले चार सालों से रतूड़ी ने सक्रियता छोड़ खेती किसानी पर जोर दिया। हालांकि अब भी कभी कभार पार्टी कार्यक्रमों में शिरकत करते हैं।
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