गोपेश्वर / चमोली । चमोली जिले में निवास कर रहे मजदूर घर वापसी को कार्यालयों की खाक छान रहे हैं। जहां मजदूरों ने प्रशासन के आदेशों के अनुरुप दस्तावेज थाना और तहसील में उपलब्ध कराने की बात कही है। वहीं जिला प्रशासन की ओर से संबंधित मजदूरों के जिला प्रशासन से पत्रचार की बात कही जा रही है।
जिले में भवन निर्माण के साथ ही अन्य कार्यों के लिये यूपी व बिहार के मजदूर बड़ी संख्या में निवास करते हैं। लॉकडाउन के बाद मजदूर बेरोजगार हो गये है। जिसके चलते उन्होंने प्रशासनिक नियमों के अनुरुप पंजीकरण कर घर वापसी की मांग की है। लेकिन यहां गोपेश्वर नगर के चमोली कस्बे में निवास कर रहे 57 उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के मजदूरों की एक माह बाद भी घर वापसी नहीं हो सकी है। ऐसे में बुधवार को ये सभी 57 मजदूर घर वापसी की मांग को लेकर चमोली कस्बे से पैदल दूरी पार कर गोपेश्वर पहुंचे।
गोपेश्वर पुलिस ने मजदूरों की समस्या सुनकर मामले की जानकारी एडीएम को दी जिस पर उन्होंने मजदूरों से मुलाकात कर शीघ्र उनकी घर वापसी की व्यवस्था का आश्वासन दिया है। मजदूर उमेश कुमार, राघेश्याम व नित्यानंद का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से रोगजार नहीं मिल रहा है। जिससे परिवार को पैंसे नहीं भेज पा रहे हैं। ऐसे में अब परिवार के भरण-पोषण को लेकर चिंता बढ रही है। जिसके चलते बीती तीन मई को थाना और तहसील चमोली में घर वापसी के लिये दस्तावेज जमा करवाये थे। लेकिन घर जाने को लेकर कोई व्यवस्था न होने से के चलते जिला प्रशासन से व्यवस्था करने की गुहार लगाई है।
क्या कहते है अधिकारी
चमोली में रह रहे यूपी के मजदूरों की घर वापसी के लिये संबंधित जिला प्रशासन से वार्ता की गई है। कुशीनगर जिला प्रशासन की ओर से अनुमति मिलते ही मजदूरों को उनके घरों के लिये रवाना कर दिया जाएगा।
एमएस बर्निया, अपर जिलाधिकारी, चमोली।
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