तपोवन (चमोली)। चमोली जिले के तपोवन में आई आपदा के तीसरे दिन भी प्रभावित क्षेत्र में राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है। आपदा में लापता 202 लोगों में से 29 लोगों के शव विभिन्न स्थानों से बरामद कर लिए गए हैं। हालांकि तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की टनल में फंसे करीब 35-40 लोगों को नहीं निकाला जा सका है। टनल में आईटीबीपी, एसडीआरफ, एनडीआरएफ और पुलिस की ओर से मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन टनल में गाद होने से रेस्क्यू टीम को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वंही मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक राजेन्द्र भंडारी, कांग्रेस नेता मनीष खंडूरी ने तपोवन अपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर राहत व बचाव कार्य का जायजा लिया। वंही उन्होंने रैणी गांव पहुंचकर मलारी हाइवे के सुधारीकरण कार्य का जायजा लिया।
हैली से पहुंचायी जा रही रसद व मेडिकल सुविधा
रैणी क्षेत्र में बाढ़ के कारण पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद 13 गांवों का संपर्क बाहरी क्षेत्र से कट गया है। आवागमन का साधन न होने के कारण इस क्षेत्र के लोगों के लिए मंगलवार को हेलीकाप्टर के माध्यम से रसद व मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवायी गई है। साथ फंसे हुए लोगों को भी हेलीकाप्टर के माध्यम से निकाला जा रहा है।