चमोलीः चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर में तोड़फोड़ को लेकर पुजारी, हक-हकूकधारी और आम जनता में भारी आक्रोश है. मामले में अभी तक अराजक तत्वों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. जिसे लेकर आज पंडा पुरोहितों और श्रद्धालुओं ने गोपेश्वर में जुलूस निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया. वहीं, आक्रोशित लोगों ने केदारनाथ वन प्रभाग के खिलाफ भी नारेबाजी की. इस दौरान गोपेश्वर बाजार भी पूरी तरह से बंद रहा.
गौर हो कि बीते दिनों चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के दरवाजे (Rudranath temple door broken Case), मंदिर गर्भगृह का चैनल समेत पुजारी आवास व धर्मशाला के दरवाजे टूटे मिले थे. जबकि, इनदिनों शीतकाल के चलते रुद्रनाथ मंदिर के कपाट बंद हैं. यह घटना तब सामने आई, जब केदारनाथ वन प्रभाग की टीम रेकी के लिए रुद्रनाथ क्षेत्र में गई थी. जिन्होंने लौटकर बेहद चौंकाने वाली खबर दी. जिसे सुनते ही लोगों में आक्रोश फैल गया.
रुद्रनाथ मंदिर के कपाट तोड़े जाने की घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी को लेकर गोपेश्वर नगर क्षेत्र में लोगों में रोष है. सोमवार को भी आक्रोशित लोगों ने करीब एक घंटे तक डीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. रुद्रनाथ मंदिर के पुजारियों का कहना है कि यह पहली बार नहीं हो रहा है, इससे पहले भी चार बार रुद्रनाथ मंदिर में तोड़फोड़ हो चुकी है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केदारनाथ वन प्रभाग को सिर्फ अपने सेंचुरी एरिया से मतलब है, हिंदू मठ-मंदिरों को नुकसान पहुंचे, इससे उन्हें कोई लेना देना नहीं है.
उन्होंने रुद्रनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने की मांग उठाई. उन्होंने साफ कहा कि रुद्रनाथ मंदिर तक पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों व पर्यटकों की गहराई से जांच हो. मंदिर में नियमित कर्मचारी की तैनाती हो और मार्गों व अन्य जगहों को भी विकसित किए जाएं. हाल में हुई तोड़फोड़ की गहराई से जांच हो. जिससे आगे भी ऐसे कुत्सित प्रयास न हो सके. वहीं, रुद्रनाथ मंदिर के पुजारी हरीश भट्ट समेत अन्य लोगों ने कहा कि मंदिर में तोड़फोड़ की शीघ्र जांच नहीं हुई तो आंदोलन तेज कर लिया जाएगा.