कोटद्वार । मेहरबान सिंह कण्डारी सरस्वती विद्या मंदिर में राष्ट्रीय रक्तदान दिवस पर ऑनलाइन श्लोगन व पोस्टर प्रतियोगिता के साथ ही वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवियों ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया।आयोजित ऑनलाइन श्लोगन प्रतियोगिता में जयन्ती रावत प्रथम, भूमिका खाती द्वितीय तथा याशी नेगी तृतीय स्थान पर रही जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में सृष्टि धूलिया प्रथम, जयन्ती रावत द्वितीय तथा भूमिका खाती तृतीय स्थान पर रही ।
वेबिनार में विद्यालय के प्रधानाचार्य चन्दन सिंह ने स्वयंसेवियों को रक्तदान के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि रक्तदान 18 वर्ष से 60 वर्ष तक का कोई भी स्वस्थ मनुष्य कर सकता है। प्रत्येक स्वस्थ मनुष्य हर तीन महीने बाद रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करते समय सबसे पहले व्यक्ति का हीमोग्लोबिन की जांच की जाती है यदि हीमोग्लोबिन कम होता है तो वह व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता।
विद्यालय के जीव विज्ञान प्रवक्ता मनीष मधवाल ने छात्रों को बताया कि रक्तदान करने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना आवश्यक है। रक्तदान करने से हमारे शरीर में दुबारा से नया रक्त बनता है जो कि हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाता है । रक्तदान करने से हमें कैंसर जैसी घातक बीमारी होने का खतरा बहुत कम हो जाता है या न के बराबर हो जाता है तथा हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
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