posted on : जून 6, 2025 5:26 अपराह्न
हरिद्वार : विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शांतिकुंज में पंचवटी के पौधों सहित कुल 21 पौधों का विधिवत रूप से रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। इसके माध्यम से प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए धरती को हरा-भरा बनाने की प्रेरणा दी गई। पंचवटी में रोपण हेतु चुने गए पाँच पौधों का वैदिक विधि से गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी एवं श्रद्धेया शैलदीदी ने पूजन किया। इसके उपरांत देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने सिल्क फ्रॉस्टी एवं स्वामी प्रजातियों सहित सभी पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं संतुलित जीवनशैली के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।
युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पंड्या ने कहा कि पौधारोपण न केवल पर्यावरण को संजीवनी प्रदान करता है, बल्कि यह संतुलित प्रकृति और जीवंत पृथ्वी की दिशा में उठाया गया सार्थक कदम भी है। इस दौरान व्यवस्थापक योगेंद्र गिरि, श्री श्याम बिहारी दुबे, श्री सुधीर भारद्वाज सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने भी सहभागिता करते हुए एक-एक पौधा रोपा।
यह आयोजन शांतिकुंज के उस सतत प्रयास का हिस्सा है, जिसमें वह पर्यावरणीय चेतना को जन-जन तक पहुँचाने के लिए विविध अभियान चला रहा है। ज्ञात हो कि विगत कई दशकों से अखिल विश्व गायत्री परिवार अनेक पहाड़ियों, पार्कों आदि स्थानों पर वृहत स्तर पर पौधारोपण करता आ रहा है। कोलकाता, गुजरात, महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों के गायत्री परिवार के युवाओं का दल विगत एक दशक से प्रत्येक रविवार को पौधारोपण करता आ रहा है। एक अनुमान के अनुसार गायत्री परिवार द्वारा करीब साठ लाख से अधिक पौधे रोपे चुके हैं, जो अब लहलहरा रहे हंै।


