posted on : सितम्बर 11, 2024 4:22 अपराह्न
कोटद्वार । जीएमओयू बचाओ संघर्ष समिति ने विगत मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया था वहीं बुधवार सुबह से ही उन्होंने चक्का जाम की घोषणा की थी जिसका की बुधवार की सुबह से ही असर देखने को मिला । कोटद्वार जीएमओयू बस अड्डे से पहाड़ व हरिद्वार जाने वाली कोई भी बस संचालित नहीं हुई जिससे स्पष्ट होता है कि अधिकतर वाहन स्वामी जीएमओयू बचाओ संघर्ष समिति के साथ खड़े हैं । इसके बाद ठीक सुबह 11 बजे उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में दोनों पक्षों की बातों को सुना गया किंतु कोई खास निर्णय नहीं आ पाया ।
जीएमओयू संघर्ष समिति के वाहन स्वामियों ने उप जिलाधिकारी के सम्मुख ने वर्तमान अध्यक्ष पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जिन भी वाहनों को बाहर किया हुआ है उन्हें तत्काल रूटों पर संचालित किया जाए। चुनावों को निष्पक्षता एवं वोटिंग के आधार पर करवाया जाएं तथा जिन वाहन स्वामियों की सदस्यता रद्द की गई है उन्हें बहाल किया जाएं । जिस पर निवर्तमान अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने कहा कि यह सभी आरोप निराधार हैं केवल 15 वर्षों पुराने वाहनों को संचालित नहीं किया जा रहा है जिस पर एआरटीओ ने कहा कि जिन वाहनों को फिटनेस दी जा रही है उनका संचालन होना चाहिए जिस पर निवर्तमान अध्यक्ष ने भी सहमति जताई किंतु वहां पर बैठे मौजूद वाहन स्वामियों ने हंगामा करते हुए कहा कि हमारी यह मांग नहीं है। निवर्तमान अध्यक्ष मुद्दा भड़काने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं । बैठक में उपजिलाधिकारी कोटद्वार सोहन सैनी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी शशि दूबे, पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार वैभव सैनी सहित विरोध कर रहे वाहन स्वामी मौजूद रहे ।