posted on : नवम्बर 27, 2024 8:37 अपराह्न
हरिद्वार : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बाल विवाह के खिलाफ समाज के हर तबके में जागरूकता पैदा करने के लिए बुधवार को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक समारोह में उद्घाटन किया। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जनपद हरिद्वार के पंचायत घर सलेमपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव तथा सिविल जज सीनियर डिवीजन सिमरनजीत कौर ने कहा कि बाल विवाह एक अभिशाप है इसके लिए कानून में प्रावधान किया गया है कि 18 वर्ष से कम उम्र में लड़की व 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के का विवाह यदि होता है तो वह कानूनी अपराध है।
ऐसे विवाह करने वाले माता-पिता, विवाह में फेरे कराने वाले पंडित, निकाह कराने वाले मौलवी व अन्य रिश्तेदार तथा सहयोग करने वाले सभी व्यक्तियों को सजा का प्रावधान है। इसलिए समाज को मिलकर इस बुराई को खत्म करना है। उन्होंने सभी को शपथ दिलाई । सबको कहां की सब लोग कहीं भी इस तरह का कोई विवाह देखे तो उसको रोकने की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है क्योंकि इससे कानून का उल्लंघन ही नहीं होता वरन समाज में भी इसके वजह से बहुत बुरा असर पड़ता है। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं की विभिन्न प्रश्नों के जवाब भी दिए गए। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल, प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी प्रीति भंडारी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री निर्देश, कविता, निर्मला, ममता , रूबी, रीना कुसुम आदि पुरुष महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।