posted on : अक्टूबर 24, 2021 8:21 अपराह्न
कोटद्वार । “साथ जिएंगे साथ मरेंगे” का वचन निभाने के लिए सुहागिनों ने रविवार को पति की लंबी आयु की कामना कर निराजल रहकर करवाचौथ का व्रत किया। पूरे दिन बिना अन्न जल के रहने के बाद देर शाम महिलाओं ने पति की लंबी आयु के लिए शिव, पार्वती और परिवार में सुख समृद्धि के लिए लक्ष्मी गणेश की पूजा की। शाम को जैसे ही चांद का दीदार हुआ सुहागिन महिलाओं ने पति की पूजा कर उनके हाथों से पानी पीकर व्रत का पारन किया। व्रत के बीच रविवार को भी महिलाओं ने खरीदारी की। इस दौरान मेहंदी लगवाने के लिए ब्यूटी पार्लरों में दिनभर महिलाओं की भीड़ लगी रही। अधिकांश ब्यूटी पार्लर संचालिका घरों पर पहुंचकर लोगों को मेंहदी लगाई।
“सजना है मुझे सजना के लिए” गीत की पंक्तियां करवाचौथ पर खूब चरितार्थ हुई। सोलह श्रृंगार कर सुहागिनों ने करवा चौथ के व्रत पर रविवार को एक दूसरे को खूब रिझाया। शाम होते ही सुहागिनों ने चांद का दीदार कर अपने पतियों के दर्शन कर उपवास खोला। इससे पहले दिन भर सुहागिनों में एक दूसरे से अच्छी दिखने की होड़ लगी रही। बता दें कि करवा चौथ ‘शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, ‘करवा’ यानी ‘मिट्टी का बरतन’ और ‘चौथ’ यानि ‘चतुर्थी’। ऐसी मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत रखने से विवाहित महिलाओं का सुहाग बना रहता है, उनके घर में सुख, शांति, समृद्धि और संतान सुख मिलता है।